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Ulooktimes Blog


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देखी सुनी आस पास की कविता नहीं कहानी नहीं बस बकवास
लाशें जिंदा रहना बहुत जरूरी हैं मरे हुऐ लोगों के जिन्दा समाचारों लिये हमेशा
2020-09-16 13:46
एक पुड़िया सफेद पाउडर मिला है उस ज… Read More
2020-09-06 14:43
सारे मोहरे शतरंज के चौसठ खानों स… Read More
2020-09-01 15:58
भगवान जी और अल्ला मियाँ का तो पता… Read More
सोच तो थी बहुत कुछ लिखने की लेकिन लगता नहीं है उसमें से थोड़ा सा कुछ भी लिख पाउँगा कहीं
2020-08-26 16:03
 सारी जिन्दगी निकल गयी लेकिन लग… Read More
2020-08-22 14:27
 हजूर आप करते क्या हैंहम करते तो … Read More
तो बेशरम उलूक कब छोड़ेगा तू लिखना बकवास छोड़ ही दे ये नादानी है होना वही है जो हर शहर के राम ने कहना है
2020-08-18 15:11
अरे सब तो लिख रहे हैं कुछ ना कुछ&nbs&hell…Read More
बन्द दिमाग एक जगह गुटरगूँ करते हुऐ नजर आयेंगे अपनी सोच ले तू कहाँ जायेगा
2020-08-12 09:40
ऐ कबूतर कौओं के बीच घिरा रहता है&nb&hell…Read More
बड़े काम की खबर ले कर आया है पैंसठ से ऊपर के बुड्ढे मास्टरों के लिये आज अखबार
2020-07-30 15:56
गजब की खबर है बुड्ढे के लिये तेë……Read More
खराब समय और फूटे कटोरे समय के थमाये सब को सब की सोच के हिसाब से रोना नहीं है कोई रो नहीं सकता है
2020-07-27 12:31
समय खराब है बहुत खराब है इतना खर… Read More
2020-07-19 15:17
फिर से दिखाई देने लगा है बिना सोय… Read More
अविनाश वाचस्पति की याद आज चिट्ठे के दिन  बहुत आती है श्रद्धाँजलि बस कुछ शब्दों से दी जाती है
2020-07-01 14:41
चिट्ठों के जंगल में उसने एक चिट्… Read More
गुलामी सुनी सुनाई बात है लगभग सत्तर साल की महसूस कर बेवकूफ स्वतंत्र तो तू अभी कुछ साल पहले ही से तो हो रहा था
2020-06-12 16:43
देखा नहीं था बस कुछ सुना था कुछ कि… Read More
2020-05-31 15:05
बहुत से हैं पूरे हैं दिख रहे हैं स… Read More
उदास चेहरा भी कार्टून में जगह ले लेता है कुछ भी लिखे को व्यंग समझना जरूरी नहीं होता है: ताला बन्दी के बहाने बकवास
2020-05-11 16:02
उबासी लेता व्यंग अवसादग्रस्त ह… Read More
सोच कर लिखा नहीं जाता है और बिना सोचे लिखा गया लिखा नहीं होता है साहित्य के बीच में बकवास लिख कर घुसने का भी कोई कायदा होता है
2020-05-02 15:40
सालों गुजर गये सोचते हुऐ लिखन… Read More
उड़ नहीं रहा होता है उड़ाया जा रहा होता है पंछी नहीं हो रहा होता है एक ड्रोन हो रहा होता है
2020-03-25 16:42
पंख निकले होते हौले हौले फैल कर ढ… Read More
गले गले तक भर गये नहीं कहे जा रहे को रोक कर रखने से कौन सा उसका अचार हो लेना है
2020-03-24 17:48
मन पक्का करना है बस सोच को संक्रम… Read More
2020-03-11 16:55
खुलता रोज है एक पन्ना हमेशा खुलत… Read More
ऐरे गैरे के लिखे ऐसे वैसे को काहे कहीं भी यूँ ही उठा कर के ले जाना है अलग बात है अगर किसी को कूड़ा घर घर पर ही बनाना है
2020-02-25 16:01
जरूरी है घिसना चौक काले श्यामपट … Read More
2020-02-04 16:26
वैसे भी कौन लिख पाता है पूरा सच को… Read More
2020-01-17 16:27
मक्खियाँ ही मक्खियाँ हो रही … Read More
किसी ने कहा लिखा समझ में आता है अच्छा लिखते हो बताया नहीं क्या समझ मे आता है
2020-01-08 16:15
Kindly call. V P SINGH 8130719925 [email protected]>Tue, Jan 7, 1:50 PM (1 day ago)to meYour few poems touched me.इस बक बक ️… Read More
बधाई बधाई हो रही है तेरा घर टूटने की और तेरे लिये वो ही कोई मरा जैसा है तू जानता है ‘उलूक’ चीख चिल्ला गला फाड़ कर इस नक्कारकाने में अपनी तूती बजाने के लिये मजबूत गिरोह का बाजा खरीदना होता है
2019-12-11 13:54
किस लिये रोता है तेरे सामने तेरे … Read More
खुदने दो कब्र चारों तरफ अपने दूर देश की खबर में मरे को जिंदा कर देने का बहुत कुछ छुपा होता है
2019-12-07 16:03
हो सकता है आवारा नजर आ रहे हों … Read More
यूँ ही अचानक/ कैसे हुआ इतना बड़ा कुछ/ तब तक समझ में नहीं आयेगा/ उसके धीरे धीरे थोड़ा थोड़ा होने के निशान रोज के /अपने आसपास अगर देख नहीं पायेगा
2019-12-04 12:47
इतने दिन भी नहीं हुऐ हैं कि याद न… Read More
यूँ ही अचानक कैसे हुआ इतना बड़ा कुछ तब तक समझ में नहीं आयेगा उसके धीरे धीरे थोड़ा थोड़ा होने के निशान रोज के अपने आसपास अगर देख नहीं पायेगा
2019-12-02 16:47
इतने दिन भी नहीं हुऐ हैं कि याद न… Read More
ध्यान ना दें मेरी अपनी समस्यायें मेरा अपना बकना मेरा कूड़ा मेरा आचार विचार
2019-11-28 16:22
हैं दो चार वो भी कोई इधर कोई उधर को……Read More
वाकया है घर का है आज का है और अभी का है होना बस उसी के हिसाब का है पूछ्ना नहीं है कि होना क्या है
2019-11-17 14:28
खुले दरवाजे पर लात मारते ललकारत… Read More
पुरानी कुछ इमारतें कई बार पैदा की जाती है हर बार एक नया नाम देकर उन्हें फिर लावारिस छोड़ दिया जाता है
2019-10-24 17:11
कुछ की किस्मत में नहीं होता है खु… Read More
सागर किनारे लहरें देखते प्लास्टिक बैग लेकर बोतलें इक्ट्ठा करते कूड़ा बीनते लोग भी कवि हो जाते हैं
2019-10-14 14:23
ना कहना आसान होता है ना निगलना आस… Read More
शब्द बच के निकल रहे होते हैं बगल से फैली हुयी स्याही के जब कोई दिल लगा कर लिखने के लिये कलम में स्याही भर रहा होता है
2019-10-12 14:39
लिखा हुआ भी रेल गाड़ी होता है कहीं… Read More
सत्य अहिंसा सत्याग्रह नाटक के अभ्यास के लिये रोज एक मंचन का अभिनव प्रयोग हो रहा है
2019-10-02 13:47
जब गाँधी मारा गया था तब वो पैदा भी… Read More
वो कहीं नहीं  जाता है ये हर जगह नजर आता है आने जाने के हिसाब से यहाँ हिसाब लगाया जाता है
2019-09-30 15:23
गजब है सारे उसके हिसाब से हिसाब स… Read More
काम है रोजगार है बेरोजगार मौज के लिये बेरोजगार है ना जाने कब बेवकूफों के समझ में आयेगा
2019-09-15 17:08
कितने पन्ने और कब तलक आखिर कोई… Read More
2019-09-02 16:31
एक भीड़ लिख रही है लिख रही है चेहर… Read More
2019-09-01 17:05
कुछ शब्दों को इधर कुछ शब्दों को उ… Read More
2019-08-29 16:13
कहीं ‘फॉग’ चल रहा है कहीं ‘डबल è&helli…Read More
बकवास भटक जाती हैं जब आस पास की लाजवाब कविताएं लेख कहानियाँ बहुत सारी आ कर इठलाती हैं
2019-08-26 15:03
जन्म लेने के साढ़े पाँच दशक से थोड़… Read More
कुछ भी लिख ‘उलूक’ मगर लिख रोज लिख हर समय लिख किस लिये कोई दिन बिना कुछ लिखे ही बितारा
2019-08-25 12:45
कल का लिखा क्या बिक गया सारा आज फ… Read More
चाँद सूरज की मिट्टी की कहानी नहीं भी सही ‘उलूक’ किसी पत्थर को सिर फोड़ने की दवाई बता कर दे ही जायेगा
2019-08-21 16:38
अभी तो बस शुरु सा ही किया है लिखना… Read More
2019-08-19 19:32
कुछ लिखते बहुत कुछ हैं मगर किताब … Read More
2019-08-17 14:18
आखिर कितना और कब तक इतना एक चेहरा… Read More
किसलिये खुद सोचना फिर बोलना भी खुद ही हमारे होने के डर का अहसास किसी दिन तेरे चेहरे पर भी दिखेगा
2019-08-04 14:52
मत सोच हम हैं ना सोचने के लिये म… Read More
जरूरी होते हैं प्रायश्चित भी अगर मरजी हो तो तर्पण कर लेने में कोई हर्ज नहीं खुद का जीते जी
2019-08-01 14:34
जरूरी होते हैं प्रायश्चित भी उत… Read More
जरूरी है अस्तित्व बचाने या बनाने के लिये खड़े होना किसी ना किसी एक भीड़ के सहारे भेड़ के रेवड़ ही सही
2019-07-28 14:25
जरूरी है मनाना जश्न कुत्तों के … Read More

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