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सीएम के आने पर नसीराबाद में हुआ दावेदारों के बीच घमासान। पांच बार सांसद रहे रासासिंह रावत ने भी दिखाई ताकत।

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सीएम के आने पर नसीराबाद में हुआ दावेदारों के बीच घमासान। पांच बार सांसद रहे रासासिंह रावत ने भी दिखाई ताकत।
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17 अक्टूबर को सीएम वसुंधरा राजे ने अजमेर संसदीय क्षेत्र के नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र में जन संवाद किया। लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर सीएम ने विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों से मिलकर भाजपा की स्थिति का आंकलन किया। सीएम के नसीराबाद आने पर उपचुनाव के दावेदारों में भी घमासान देखा गया। भाजपा के सांसद रहे स्वर्गीय सांवरलाल जाट ने गत विधानसभा का चुनाव नसीराबाद से ही जीता था, इसलिए उनके पुत्र और लोकसभा उपचुनाव के प्रमुख दावेदार रामस्वरूप लाम्बा ने सीएम के सामने शक्ति प्रदर्शन किया। हालांकि लाम्बा के समर्थकों को सीएम राजे पुष्कर में दस अक्टूबर को आम सभा में डांट चुकी हैं। लेकिन फिर भी आज लाम्बा के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भले ही जिले का कोई बड़ा जाट नेता सामने नहीं आया हो, लेकिन स्वयं लाम्बा ने ही अपनी दावेदारी की कमान संभाले रखी। नसीराबाद में सबसे बड़ा शो पांच बार अजमेर से सांसद रहे रासा सिंह रावत ने किया। नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र को रावत बहुल्य माना जाता है। इसलिए रासासिंह के समर्थन में बड़ी संख्या में रावत समुदाय के लोग उपस्थित हुए। स्वयं रासासिंह का भी कहना रहा कि उन्हें 20 वर्ष से भी ज्यादा का संसद का अनुभव रहा है। ऐसे में यदि वह छठी बार सांसद बनते हैं तो भाजपा को ही फायदा होगा। सांसद के पद से हटने के बाद भाजपा में उन्हें आज तक भी सरकार का कोई पद नहीं मिला है। भले ही अजमेर संसदीय क्षेत्र में रावत बहुल्य ब्यावर नहीं आता हो, लेकिन फिर भी इस संसदीय क्षेत्र में डेढ़ लाख रावत मतदाता है। पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया भी नसीराबाद में अपने समर्थकों के साथ उपस्थित रहे। पहाड़िया ने कहा कि वे पांच वर्ष तक अजमेर में सफल जिला प्रमुख रहे हैं और मैंने हमेशा भाजपा के प्रति वफादारी दिखाई है। उपचुनाव में भाजपा को मेरे अनुभवों का लाभ लेना चाहिए। इस संसदीय क्षेत्र में वैश्य समाज से जुड़े चार लाख मतदाता है। अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र च ौधरी ने भी अपने समर्थकों के साथ उपस्थित रहे। च ौधरी के समर्थकों का मानना है कि स्वर्गीय सांवरलाल जाट के बाद अजमेर में जाट समुदाय में च ौधरी ही सबसे बड़े नेता है। डेयरी की वजह से गुर्जर, रावत आदि समाजों के लोगों का समर्थन भी च ौधरी को ही है।
सारस्वत ने संभाली कमान
अजमेर जिले के आठ विधान सभा क्षेत्रों में नसीराबाद ही ऐसा क्षेत्र है, जहां भाजपा का विधायक नहीं है। ऐसी स्थिति में 17 अक्टूबर को सीएम के जन संवाद की पूरी कमान भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बी.पी. सारस्वत ने संभाली। सारस्वत ने ही जन संवाद में शामिल होने वालों की सूची बनवाई और इस बात का ख्याल रखा कि सीएम के सामने विरोध की कोई भी बात नहीं आए। हालांकि उम्मीद थी कि जन संवाद में गत उपचुनाव में भाजपा की उम्मीदवार रही श्रीमती सरिता गैना की सक्रिय भूमिका होगी और श्रीमती गैना को ही विधायक मानते हुए जन संवाद में मुख्यमंत्री के साथ बैठाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सीएम के साथ सारस्वत ही बैठे नजर आए। हालांकि प्रभारी मंत्री कालूलाल गुर्जर और संगठन के प्रतिनिधि बीरम देव सिंह भी उपस्थित रहे।
नहीं देखी प्रदर्शनीः
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के अनुरूप नसीराबाद में भी विकास प्रदर्शनी लगाई गई थी, लेकिन सीएम राजे ने नसीराबाद में हुए विकास कार्यों की प्रदर्शनी को नहीं देखा। चूंकि 17 अक्टूबर को सीएम राजे नसीराबाद के सैन्य हवाई अड्डे पर उतरी थी, इसलिए हवाई अड्डे पर भी भाजपा के कुछ ही नेताओं को अनुमति दी गई। इससे अनेक भाजपा नेता मायूस हुए।
एस.पी.मित्तल) (17-10-17)
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