पटना । मंगलवार को जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला स्वास्य समिति, पटना कुमार रवि की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में स्वास्य संबंधी समीक्षात्मक बैठक हुई जिसमें उन्हें यह शिकायत मिली कि बहुत से प्राथमिक स्वास्य केन्द्रों में डॉक्टर उपस्थित नहीं रहते हैं। शिकायत पर डीएम ने सिविल सर्जन, पटना को वैसे डॉक्टरों के विरुद्ध प्रपत्र ‘‘क’ गठित कर उनका वेतन बंद करने का निर्देश दिया।
Related Articles
वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से कहा कि संविदा पर नियुक्त वैसे एएनएम जिनके द्वारा बंध्याकरण का अच्छादन 50 प्रतिशत से कम है, उन्हें हटाने का प्रस्ताव दें, यदि वे स्थायी हैं तो उनके निलंबन का प्रस्ताव दें। वैसे संविदा पर नियुक्त एएनएम जिनका बंध्याकरण अच्छादन 50-70 प्रतिशत है, उनके वेतन से 10 प्रतिशत कटौती का प्रस्ताव दें, यदि वे स्थायी हैं तो उनका दो वेतन वृद्धि रोकने का प्रस्ताव दिया जाय। उन्होंने कहा कि एएनएम को हर हालत में लक्ष्य के विरुद्ध 75 प्रतिशत से अधिक कायरे को निष्पादित करना होगा। डीएम ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अच्छे कार्य करने वाले एएनएम की सूची बना कर उन्हें पुरस्कृत किया जाये।
सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जहां-जहां प्राथमिक स्वास्य केन्द्र एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्य केन्द्रों में पिछले तीन वर्षो में तोड़फोड़ या डॉक्टरों के साथ र्दुव्यवहार हुआ है, सरकारी एवं मेडिकल कायरें में बाधा उत्पन्न हुआ हो वैसे प्राथमिक स्वास्य केन्द्र एवं अतिरिक्त प्राथमिक केन्द्रों की सूची एक सप्ताह के अंदर समर्पित करें। डाटा वैलिडेशन रिपोर्ट नहीं भेजने के कारण संबंधित संस्थानों के उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी कुमार रवि के अलावे सिविल सर्जन पटना डॉ प्रमोद झा, डीआईओ डॉ एसपी विनायक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेश कुमार, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखंड स्वास्य प्रबंधक एवं सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थें।
The post डॉक्टरों को लेकर जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को दिया निर्देश आखिर क्यो ??पढ़िए पूरी खबर appeared first on Rojgar Rath News.