Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

किसने ओ सीएम - Kisne O CM

मैंने तुझे समझा
तेरी ओर वोट फेंका..
तू नेता है न्याय का
कहना था सबका...
मुगलों को भी कॉम्प्लेक्स दिया है
तेरी राजनीति ने...
तेरी तानाशाही की अदा
सबको लगी है चुभने
नौकरी चुराई मेरी
किसने? ओ सीएम...
तूने! तूने!
उल्लू बनाया मुझे
किसने ओ सीएम..
तूने! तूने!
सम्प्रदायिक है तू
करता है ढोंग क्यूँ..
जनता के भेजे में दम है
सब समझते हम है...
न लड़ा लोगो को
न दिखा झुटे सपने..
अब तो तेरे चक्कर मे
पांच साल है मरने...
नौकरी चुराई मेरी
किसने? ओ सीएम...
तूने! तूने!
उल्लू बनाया मुझे
किसने ओ सीएम..
तूने! तूने!।।

Http://facebook.com/omabhishekomji



This post first appeared on Poetry Of My Story, please read the originial post: here

Share the post

किसने ओ सीएम - Kisne O CM

×

Subscribe to Poetry Of My Story

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×