Success Stories Of Indian Entrepreneurs In Hindi जूनून हो तो सफलता जरूर मिलती है पढाई ख़त्म करने के बाद सालाना 40-50 लाख की नौकरी को छोड़ना काफी मुश्किल होता हैं। वह भी एक नए बिजनेस ज़माने के लिए। लेकिन अभिराज बहल, वरुण खेतान और राघव चन्द्रा इन तीनो ने अपनी नौकरी छोड़ दी सिर्फ अपना बिजनेस शुरू करने के लिए। इन लोगो ने कुछ बड़ा और ज्यादा लोगो पर असर डालने वाला काम काम करने के लिए नौकरी छोड़ दी। तीनो ने मिलकर ‘अर्बनक्लैप’ बनाई जो को प्लम्बर, ब्यूटीशियन, घरेलु उपकरण रिपेयर करने वाले, फिटनेश ट्रेनर, टेक्स भरने के लिए एकाउंटेंट, ऐसी सर्विस जैसी बिभिन्न सेवाए लोगो को आसानी से देती हैं। इससे उपभोगताओं को काफी सहूलियत और निचले तबके के उन काबिल कामगारों को रोजगार मिलता हैं। आज अर्बनक्लैप’ (urbanclap.com) के पास रोज 10,000 से ज्यादा रिक्वेस्ट आती हैं। वरुण बताते हैं की हम लोग कुछ नया और बड़ा करना चाहते थे। अभिराज बताते हैं की उन्होंने सिनेमा बॉक्स नाम से स्टार्टअप शुरू किया था। बसों, ट्रेनों में सफ़र के दौरान लोगों का मनोरंजन किया जाए। इसी बीच राघव ने नोएडा में बग्गी नामक स्टार्टअप शुरू किया था। लेकिन इसी समय ओला और उबर बड़े हो रहे थे तो राघव को इसमें संभावना नहीं दिखी। तो इसे बन्द करना पड़ा। जून 2014 में इनलोगों ने नया काम करने की ठानी और 2-3 महीने माथा पेची करने के बाद इनको सर्विस सेक्टर में आने का निर्णय लिया। इसमें उपभोगताओं की तकलीफ जुड़ी थी। इनलोगों ने दिल्ली के भिकाजी कामा प्लेस में 10×10 फुट का एक ऑफिस लिया और काम शुरू किया। सात लोग इसमें ठुश के बैठते थे। ऑफिस में इतनी कम जगह थी की दो – तीन लोग सीढियों पर बैठकर काम करते थे। लोगो को इंटरव्यू को हयात होटल में बुलाते थे और वह वह पैदल चल कर जाते थे। अर्बनक्लैप’ (urbanclap.com) के लाँच के बाद पहला क्लाइंट शादी के फोटोग्रफार का डिमांड वाला था। पहले दिन पांच कस्टमर आये। प्लम्बर, ब्यूटीशियन, इलेक्ट्रिसियन खुसी – खुसी हमें पैसे देने के लिए तैयार हो गए। वे कहते हैं की आपका हक़ बनता हैं हमे कस्टमर मिल रहे हैं। अभिराज बताते हैं की हम लोगो की जिन्दगी में बदलाव लाने में कामयाब रहे। यहाँ कामगारों को इंटरव्यू के बाद रजिस्ट्रेशन करते हैं। मार्केट में दूसरी कम्पनी कॉल सेंटर से यह सर्विस को ऑपरेट करती हैं। जिसमे पैसा और समय की बर्बादी होती हैं। यहाँ रजिस्ट्रेशन से लेकर बिलिंग तक सब ऑटोमेशन पर हैं। ‘अर्बनक्लैप’ के पास आज 60,000 से ज्यादा सर्टिफाइड सर्विस पार्टनर हैं। इससे 2,50,000 से ज्यादा प्रोफेसनल जुड़े हुए हैं। फिलहाल ब्यूटीशियन वाली सर्विस नंबर वन पर हैं। देश के आठ शहरों दिल्ली, एनसीआर, बेंगलुरु, मुम्बई, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, और कोलकाता में सेवा उपलब्ध हैं। अभिराज कहते हैं की हमारा मानना हैं की भारत में इसके आलवा और किसी शहर में इस बिजनेस की गुंजाईश नहीं हैं। ‘अर्बनक्लैप’ जल्द ही दुबई में अपना काम शुरू करने वाला हैं। ‘अर्बनक्लैप’ का कोई प्रतिद्वंदी नहीं हैं। क्यों की इसके पास 10 कटेगरी में 50 से ज्यादा सेवाए देती हैं। ‘अर्बनक्लैप’ आज 1300 करोड़ की कम्पनी हो गई हैं। और 400 से ज्यादा कर्मचारी इसमें काम करते हैं। इसके निवेसको में रतन टाटा और स्नैपडिल है। अभी राज बताते हैं की अभी हमारा मार्जिन 20 प्रतिशत हैं। अभी हम कम्पनी के बिस्तार पर ध्यान दे रहे हैं। यह भी पढ़ें:- मार्क जकरबर्ग के प्रेरक विचार मैरी कॉम के अनमोल विचार माया एंजिलो के अनमोल विचार निरंतर प्रयोग से मिली सफलता Note: – आपको यह Success Stories Of Indian Entrepreneurs In Hindi कैसी लगी अपने comments के माध्यम से ज़रूर बताइयेगा।