मणिपुर में दंगाइयों ने भाजपा दफ्तर में लगाई आग
मणिपुर हिंसा में अब सौ अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
मणिपुर में जातीय हिंसा का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात को राज्य के थोंगजू में उपद्रवियों ने बीजेपी दफ्तर पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं दफ्तर पर जमकर पथराव और तोड़फोड़ की गई थी। साथ ही, भारतीय जनता पार्टी के सभी झंडे भी उखाड़ कर फेंक दिए थे। गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने हवा में गोलियां चलाईं।
इन राजनेताओं को बनाया निशाना
आरके रंजन सिंह
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के इंफाल स्थित आवास को बीते गुरुवार की रात भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। इसमें गनीमत यह रही थी कि उस वक्त उनके घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। साथ ही, कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इससे कुछ दिन पहले भी 23 मई को सिंह के आवास पर एक भीड़ ने धावा बोल दिया। हालांकि, सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ने में सफलता हासिल की थी।
नेमचा किपगेन
मणिपुर सरकार में कैबिनेट मंत्री नेमचा किपगेन के आवास को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। हालांकि, जब वह अपने आवास पर मौजूद नहीं थी, तब कुछ हमलावरों ने उनके आवास को जला दिया। मणिपुर कैबिनेट में किपगेन एकमात्र महिला मंत्री हैं। दमकल विभाग ने उनके आवास पर लगी आग पर काबू पा लिया था।
गोविंददास कोंथौजम
मणिपुर सरकार में लोक निर्माण विभाग, युवा मामले और खेल मंत्री गोविंददास कोन्थौजम के इंफाल स्थित घर में 24 मई को भीड़ ने तोड़फोड़ की थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और उनका परिवार उस समय घर से बाहर था, जब 100 लोगों की भीड़ ने उनके घर पर हमला किया था।
वुंगजागिन वाल्टे
थानलॉन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद वाल्टे को गंभीर चोटें आईं। वह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय मीटिंग से वापस लौट रहे थे।
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