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खुदगर्ज़

उम्मीद पुख्ता हो तो तस्वीर बने शानदार

घुलने के बाद अक्सर, ये रंग बदल जाते है ।


लगाए कश्ति एक माहिर माझी साहिल पार

हौसले बुलंद रखो, ये मौसम बदल जाते है ।


मासूम बेरहम वक्तसे बड़ा न कोई जादूगर

तुम मेरा दिल परखो, ये चेहरे बदल जाते है ।


कामसे काम रखते है, परवाह उम्मीद न कर

समयकी बात है प्यारे, ये लोग बदल जाते है ।


खुदगर्ज दुनिया खिंची आये रुपिया देखकर 

जब हालात बिगड़े, तो ये रिश्ते बदल जाते है ।


जिस्म मुजस्सिम, बस तौसीफ है हमसफर

मिट्टी में मिलने के बाद ये मुर्दे बदल जाते है ।





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