सऊदी अरब (Saudi Arabia) के शाह सलमान ने ईरान (Iran) के साथ उनके साम्राज्य की सीधी बातचीत से विश्वास कायम होने की उम्मीद जाहिर की है.दोनों कटु क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी कई वर्षों के तनाव के बाद बातचीत की दिशा में अब छोटे-छोटे कदम उठा रहे हैं.
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संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly, UNGA) में बुधवार को उनका पूर्व रिकॉर्डेड भाषण प्रसारित किया गया. उन्होंने कहा कि ईरान, सऊदी अरब का एक पड़ोसी है और उनके साम्राज्य को उम्मीद है कि दोनों देश ऐसे परिणाम पर पहुंच सकते हैं, जो क्षेत्रीय आकांक्षाओं को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे. उन्होंने हालांकि आगाह किया कि उनके बीच संबंध राष्ट्रीय संप्रभुता के सम्मान और सांप्रदायिक विद्रोहियों की मदद बंद करने पर ही कायम हो सकते हैं.
न्यूयॉर्क में मिले दोनों देशों के अधिकारी
ईरान की पब्लिक न्यूज एजेंसी मेहर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासभा से अलग दोनों देशों के अधिकरियों के बीच न्यूयॉर्क में मुलाकात हुई. खबर के अनुसार, ईरान, सऊदी अरब, तुर्की, कतर, इजिप्ट, कुवैत, जॉर्डन और फ्रांस के विदेश मंत्रियों और अधिकारियों ने बैठक की. इसमें यूरोपीय संघ के नीति प्रमुख भी शामिल हुए। इस बैठक की अध्यक्षता इराक के विदेश मंत्री ने की.
मेहर ने इरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियां के हवाले से कहा कि ईरान सरकार की प्राथमिकता ‘अपने पड़ोसियों के साथ और क्षेत्र में संबंधों को मजबूत और विकसित करना है.’ मेहर के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को न्यूयॉर्क में फिनलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विटजरलैंड और क्रोएशिया के विदेश मंत्रियों से भी मुलाकात की. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी वैश्चिक महामारी कोविड-19 के कारण ईरान में ही हैं. उनका भी पहले से रिकॉर्डेड भाषण मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रसारित किया गया था.
लगातार मीटिंग कर रहे हैं अधिकारी
ईरान और सऊदी अरब के अधिकारी पिछले कुछ दिनों से लगातार मीटिंग कर रहे हैं. हाल ही में खबर आई थी कि ईरान और सऊदी अरब के अधिकारी जल्द ही सीधी वार्ता के लिए मिल सकते हैं. ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक इस वार्ता का आयोजन तेहरान की तरफ से किया जाएगा.
ईरान के नए विदेश मंत्री हुसैन अमीरदुल्हानियान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने अपने सऊदी समकक्ष फैसल बिन फरहान अल सौद से बात की है.
ये वार्ता इराक की तरफ से आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन में हुई थी. ईरान के विदेश मंत्री की मानें तो सऊदी समकक्ष की तरफ से कहा गया था कि वो नई ईरानी सरकार का इंतजार कर रहे हैं ताकि जल्द ही संपर्क को बहाल किया जा सके.
सऊदी अरब और ईरान दोनों की प्रतिद्वंदिता इस क्षेत्र में मशहूर है. अप्रैल में दोनों देशों के नेताओं की तरफ से एक सीक्रेट मीटिंग की खबरें आई थीं. मगर जल्द ही इन खबरों पर उस समय विराम लग गया जब राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अपने प्रशासन का विस्तार रोक दिया था.
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