निर्भया हत्या कांड जो भारत के इतिहास में सबसे शर्मसर घटना मे से एक है। निर्भया हत्या कांड सन 2012 में भारत की राजधानी दिल्ली में एक बस में यह घटना घटित हुई है। इस घटना में निर्भया के साथ 6 लोगों ने दुष्कर्म करने के बाद निर्भया के प्राइवेट पार्ट में जंग लगी लोहे की रॉड डाल दिया ।
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निर्भया और परिवार की बारे में।
निर्भया का जन्म सन 1989 को उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था। निर्भया का वास्तविक नाम ज्योति सिंह था ( भारतीय कानून मीडिया को बलात्कार पीड़िता का वास्तविक नाम प्रकाशित करने की अनुमति नहीं देता )। निर्भया का परिवार वर्तमान में दिल्ली में रहता है। निर्भया के पिता का नाम बद्रीनाथ सिंह हैं। जो की दिल्ली पालम हवाई अड्डा पर नोकरी करके अपने परिवार का गुजारा करते हैं। निर्भया की माता जी का नाम आशा देवी हैं। आशा देवी एक गृह स्वामिनी है। निर्भया के दो भाई भी है।
निर्भया के माता-पिता |
निर्भया का करियर
निर्भया ने अपनी कक्षा 12 की पढ़ाई दिल्ली के दिल्ली पब्लिक स्कूल से की हैं। जिसके बाद पीएमटी ( प्री मेडिकल टेस्ट ) की तयारी करने लगी, जिसमे निर्भया असफल रही थी। उसके बाद निर्भया फिजिओथेरपी में आगे अपने पढ़ाई करने लगी।
निर्भया संक्षिप्त जीवनी ( Short Biography)
नाम | निर्भया |
वास्तविक नाम | ज्योति सिंह |
जन्म | 1989 |
जन्म स्थल | बलिया, उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
राशि | मकर (Capricorn) |
पिताजी (Father) | बद्रीनाथ सिंह |
माताजी (Mother) | आशा देवी |
बहन ( Sister ) | नहीं हैं |
भाई ( Brother ) | 2 |
विवाह | अविवाहित |
प्रेमि ( Boyfriend ) | अवनींद्र प्रताप पांडे (सॉफ्टवेयर इंजीनियर) |
निवास स्थान | दिल्ली, भारत |
स्कूल | दिल्ली पब्लिक स्कूल |
कॉलेज | देहरादून के एक फिजियोथेरेपी संस्थान |
शिक्षा योग्यता | फिजियोथेरेपी (स्नातक) |
पेशा | फिजियोथेरेपी |
मृत्यु तिथि | 29 दिसंबर 2012 (सुबह 4:45 बजे) |
आयु में मृत्यु | 23 वर्ष |
मौत का कारण | कई अंग खराब होने के कारण (क्रूर बलात्कार के कारण) |
मौत की जगह | माउंट एलिजाबेथ अस्पताल, सिंगापुर |
निर्भया ( ज्योति सिंह ) |
निर्भया हत्या कांड का दिन और जगह
16 दिसंबर 2012 को निर्भया अपने ब्वॉयफ्रेंड अवनींद्र के साथ दक्षिणी दिल्ली के सिनमहोल में फिल्म देखने के बाद घर जाने के लिए टैक्सी का इंतजार कर रहे थे। बहुत समय गुजरने के बाद एक बस वह पर आती हैं। जिसमें 6 लोग सवार थे। निर्भया और अवनींद्र भी इस बस में सवार हो गया थे। कुछ देर चलने के बाद बस ड्राइवर के बस की दिशा बदल दी थी। जब अवनींद्र ने ड्राइवर से पूछ की खा जा रहे हैं। तभी उनमे एक व्यक्ति अवनींद्र को साथ बदसलूकी करने लगता है। जिसके बाद दोनो के बीच लड़ाई हो जाती है। आरोपियों ने अवनींद्र को लोहे की रॉड से मारते हैं। जिसे वह बेहोश हो जाता हैं।
निर्भया से इसी बस दरिंदगी हुई थी |
फिर आरोपियों ने चलती बस में निर्भया को घसीटा हुआ पीछे की सीट पर ले जाते है। जिसके बाद एक एक करके सभी 6 आरोपी निर्भया के साथ बलात्कार करते हैं। लेकिन इनकी हैवानियत यही नही रुकती हैं। इसके बाद उनमे से एक जंग लगी लोहे की रॉड को निर्भया के प्राइवेट पार्ट में डाल देता है।
आरोपियों की गिरफ्तारी
मामला तब तक सुर्कियो में आ गया था। सभी तरफ आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग तेजी से उठने लगी थी। दिल्ली पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही थी। आरोपियों की पहचान राम सिंह (बस चालक), मुकेश सिंह (राम सिंह के भाई), विनय शर्मा (सहायक जिम प्रशिक्षक), पवन गुप्ता(फल विक्रेता)), अक्षय और एक उत्तर प्रदेश के बदायूं से 17 वर्षीय किशोर के रूप में हुई।
निर्भया के आरोपी |
राम सिंह ने न्याय हिरासत में खुदकुशी कर ली थी। जबकि एक 18 वर्ष का नही होने के कारण अधिकतम 3 साल की सजा सुनाई गई थी।
13 मार्च 2014 को बाकी 4 आरोपियों को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई गई। जिसके सुप्रीम कोर्ट ने भी सजा को बरकरार रखा।
भारतीय कानून मीडिया को बलात्कार पीड़िता का वास्तविक नाम प्रकाशित करने की अनुमति नहीं देता है। निर्भया को यह नाम मीडिया के द्वारा दिया गया था। जिसका अर्थ निडर होता है। लेकिन निर्भया की तीसरी पुण्यतिथि पर उसकी मां ने सबके सामने निर्भया का असली नाम बता ज्योति सिंह।
निर्भया ब्वॉयफ्रेंड अवनींद्र |
आरोपियों की सजा का दिन
22 जनवरी 2020 को सुबह 7 बजे सभी चारो आरोपियों को फांसी दे दिया गई थी। लेकिन कुछ दिन पहले उनमें से एक की मां का फोन निर्भया की मां के पास आता है। जिसमें आरोपी की मां अपने बेटे की ज़िंदगी की भीख मांगती है। जिसके बाद निर्भया की मां बोलती हैं, मेरी एक बेटी भी थी। उसके साथ क्या हुआ, मैं कैसे भूल सकता हूं? मैं सात साल से न्याय का इंतजार कर रहा हूं
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