New Delhi: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में किसी भी प्रकार की धांधली और ईवीएम की साख को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है।
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर अफसरों की दक्षता जानने के लिए चुनाव आयोग की ओर से राज्य के कई केंद्रों पर परीक्षा ली गई है। चुनाव आयोग की इस परीक्षा में तहसीलदार, एसडीएम और एडीएम रैंक के अधिकारी शामिल हुए। परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से लेकर 12 के बीच किया गया। इस परीक्षा का परिणाम आने के बाद ही अफसरों को चुनावों से जुड़ी जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के चुनाव कार्य से संबंधित परीक्षा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा एवं ग्वालियर संभाग में आयोजित हुई। परीक्षा में शामिल होने के लिए 690 अधिकारी के नाम दिए गए थे। इन अधिकारियों को मई से जुलाई के बीच 4 दिवसीय मूल्यांकन आवासीय प्रशिक्षण प्रशासन अकादमी में दिया जा चुका है। यह प्रशिक्षण आयोग ने नियुक्त नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर्स की ओर से दिया है।
राजधानी भोपाल के परीक्षा केन्द्र सरोजनी नायडू कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल शिवाजी नगर में 108, इंदौर के होल्कर साइंस कॉलेज में 198, जबलपुर के राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान में 186, रीवा के शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविघालय में 96 और ग्वालियर के आई.आई.टी.एम. यूनिवर्सिटी रोड परीक्षा केन्द्र में 102 अधिकारी परीक्षा में सम्मिलित होने की सूची जारी की गई।
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में EVM मशीनों में गड़बड़ी रोकने के लिए चुनाव आयोग ने विशेष प्लान तैयार किया था। और चुनाव की ड्यूटी पर लगने वाले एसडीएम और तहसीलदारों की परीक्षा हुई। दरअसल कांग्रेस समेत देश की सभी विपक्षी पार्टियां ईवीएम में छेड़खानी की बात करती रही हैं। जिसको चलते चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहते हैं।
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