New Delhi: भगवान शिव को प्रिय बेलपत्र का जिक्र शिव पुराण में भी कई जगह किया गया है।
बता दें, हर शिव भक्त भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए सावन के महीने में उन्हें बेलपत्र अर्पित करना बिल्कुल नहीं भूलता, पर क्या आप जानते हैं बेल पत्तों के अलावा शिवजी को पांच दूसरे पत्ते भी खूब पसंद हैं। आइए जानते हैं इस सावन शिव जी को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र के साथ कौन से पत्ते चढ़ाकर भगवान को खुश किया जा सकता है।
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भांग
भगवान भोलेनाथ को बेल के बाद दूसरा सबसे प्रिय पत्ता भांग का है। भांग का पत्ता या भांग का शर्बत बनाकर भोलेनाथ को चढ़ाएं तो शिव बड़े प्रसन्न होते हैं। इसका कारण यह है कि भांग एक औषधि है। कहते हैं जब शिव जी ने विष का पान किया था तब जहर का उपचार करने के लिए भांग के पत्तों का इस्तेमाल किया गया था।
धतूरा
धतूरे का फल और पत्ता औषधि के रूप में भी काम आता है। शिव पुराण में बताया गया है कि शिव को धतूरा बहुत पसंद है। शिव जी को धतूरा अर्पित करने वाले को शिव जी धन-धान्य प्रदान करते हैं।
आक
आक का फूल और पत्ता दोनों ही भगवान शिव को बेहद प्रिय है। कहते हैं जो भक्त भगवान शिव को आक अर्पित करता है भगवान शिव उसके मानसिक और शारीरिक सभी तरह के कष्ट हर लेते हैं। इतना ही नहीं कहा जाता है कि जो शिव को आक अर्पित करता है भगवान शिव उनकी गरीबी दूर करते हैं।
पीपल का पत्ता
पुराणों में उल्लेख मिलता है कि पीपल पर त्रिदेवों का वास होता है। पीपल के पत्तों पर भगवान शिव विराजमान होते हैं। जो भक्त शिव जी को पीपल के पत्ते अर्पित करते हैं शिव जी उन्हें शनि के प्रकोप से बचाते हैं।
दूर्वा
दूर्वा यानी घास के बारे पुराणों में बताया गया है कि इनमें अमृत बसा है। भगवान शिव और उनके पुत्र गणेश जी को दूर्वा बेहद पसंद है। भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
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