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चिता जला रहे थे लोग, अचानक हुआ कुछ ऐसा कि श्मशान छोड़कर भागने लगे सारे-कई लोग अस्पताल में भर्ती

New Delhi : उत्तराखंड में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। 

दरअसल, देवप्रयाग स्थित श्मशान घाट में कुछ लोग एक डेड बॉडी का अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही लाश को मुखाग्नि दी गई कि अचानकर भगदड़ मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। बताया जा रहा है कि किसी ने नदी में छलांग लगा दी, तो कोई सड़क की ओर भागने लगा। इस अफरा-तफरी में कई लोग घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

मधुमक्खियों ने मचाया आतंक  : 

जानकारी के मुताबिक, सजवाण कांडाधार की 70 साल की काली देवी का मंगलवार को निधन हो गया था। गांव के लोग बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार के लिए भागीरथी नदी के बेताल शिला श्मशान घाट ले गए। इसके बाद लोगों ने उन्हें नहलाया और चिता पर लिटा दिया। लेकिन, उनके परिजन ने जैसे ही उन्हें मुखाग्नि दी कि आग की लपटों के कारण काफी संख्या में मधुमक्खियों ने वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया।

मधुमक्खियों के इस आक्रमण से लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे। लेकिन, कई मधुमक्खियों ने कई लोगों को डंक मार दिया। इस दौरान कुछ लोग नदी में कूद गए तो कुछ सड़क की ओर भागने लगे। इसके बावजूद मधुमक्खियों ने लोगों का पीछा नहीं छोड़ा। परिणाम यह हुआ कि कई लोगों की हालत बिगड़ गई। इसके बाद आनन-फानन में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

27 लोगों को मधुमक्खियों ने बनाया अपना शिकार : 

सीएचसी देवप्रयाग के चिकित्सक डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि 27 लोगों को मधुमक्खियों ने काटा है। सभी घायलों का उपचार चल रहा है। दो लोगों को मधुमक्खियों ने काफी डंक मारे हैं। सभी घायलों के शरीर से डंक निकाल कर उन्हें इंजेक्शन और दवाइयां दे दी गई हैं। इतना ही नहीं मधुमक्खियों से बचने के लिए नदी में छुपने के चक्कर में 20 लोगों के मोबाइल फोन भी पानी से खराब हो गए। ग्रामीण लाल सिंह ने बताया कि मधुमक्खियों के हमले से लोगों को जलती चिता को छोड़कर भागना पड़ा। जो लोग ठीक थे, उन्होंने बाद में आकर अंतिम संस्कार की क्रिया पूरी की।

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