New Delhi: बिहार के सासाराम में किसानों ने लागत मूल्य भी नहीं मिलने पर विरोध में टमाटर की फसल को सड़कों पर बिखेरने के बाद उसे गाड़ी चलाकर नष्ट कर दिया।
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किसानों ने अपने खेत में उपजाये गये कई क्विंटल टमाटर को पोस्ट ऑफिस चौराहा पर फेंक कर अपना विरोध जताया। किसानों का कहना है कि बाजार में टमाटर का थोक मूल्य एक रुपए प्रति किलो भी नहीं मिल पा रहा है जिस कारण उन लोगों के पास टमाटर को फेंकने के अलावे और कोई रास्ता नहीं बचा है।
हालत यह हो गई है कि खेत से तोड़कर मंडी में लाने मे ही प्रति किलो 2 रुपये लग जाते हैं जबकि मंडी में टमाटर 2 रुपये किलो भी नहीं बिक पाता है। माटर का उचित दाम नहीं मिलने से नाराज सदर प्रखंड के आकाशी गांव के एक दर्जन से अधिक सब्जी उत्पादक किसानों ने खेत से तोड़े गए टमाटर को पोस्ट आफिस चौराहे पर गाडिय़ां चला उसे नष्ट करने का काम किया। रास्ते से गुजरने वाले हर कोई किसानों की यह स्थिति देख कुछ समय के लिए चौक पर जरूर ठहर जाते थे।
गौरतलब है कि कमोबेश यही स्थित आकाशी ही नहीं मनीपुर, मल्हीपुर, नोखा, बरांव समेत जिले के अन्य गांवों में टमाटर उत्पादन करने वाले किसानों की है। जिन्हें आज खर्च के अनुरूप आमदनी नहीं हो रही है। उनके लिए सब्जी की खेती कमरतोड़ और महंगी साबित होने लगी है। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई- लिखाई से लेकर परिवार का भरण-पोषण का कार्य भी बाधित हो रहा है।
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