New Delhi : इस तस्वीर को गौर से देखिए क्या दिखता है। एक बच्ची जिसे शायद अपने घर का पता भी ठीक से नहीं पता होगा वो मौत के मुंह में जा चुकी है। आखिर क्यों, कभी सोचा है।
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नहीं सोचा तो आज सोचिए क्योंकि इसकी इस हालत का कारण का कट्टरपंथी लोग। जो धर्म के नाम पर लोगों को काट रहे हैं मार रहे हैं। मैं हिंदू मुसलमान को मारूंगा मैं मुसलमान हिंदू को काट दूंगा के चक्कर में इंसान ही इंसान को मार रहा है।
देखिए सीधी सी बात है चार आदमी मिलकर पूरे समाज को एक दूसरे का दुश्मन बनाने में आज कामयाब हो रहे हैं तो कहीं कहीं ना कमी हमारी है। इस बच्ची की इस हालत के जिम्मेदार हम लोग ही हैं। हाल ही कि बात है दो अप्रैल को जाति के नाम पर लोग मारे गए भारत में। हुआ क्या, इंसान ही इंसान को मारकर बैठ गया। कुल मिलाकर जब तक इंसान हिंसक रहेगा ऐसी तस्वीरें दुनिया को रुलाती रहेंगी।
खैर ये तस्वीर अफगानिस्तान की है। अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मतदाता पंजीकरण केंद्र पर आत्मघाती धमाके में 31 लोगों की मौत हो गई है। इस धमाके में मतदान पंजीकरण केंद्र के बाहर पंजीयन कराने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोगों में 50 लोग जख़्मी हुए हैं।
इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने अपनी न्यूज़ एजेंसी अमाक़ के हवाले से कहा है कि इस धमाके को इस्लामिक स्टेट ने अंजाम दिया है। अफ़ग़ानिस्तान में अक्टूबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए इस महीने से मतदाता पंजीकरण का काम शुरू हुआ है।
अमाक़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिमी काबुल के दश्ते बार्ची इलाके में बमों से लैस बेल्ट पहने आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट किया। घटनास्थल की तस्वीरों में ज़मीन पर दस्तावेज़ और तस्वीरों पर खून के धब्बे दिखे हैं।
इसके साथ ही घटनास्थल पर जूते और कांच के टुकड़े देखे जा सकते हैं। और आसपास खड़ी गाड़ियों में छेद हो गए हैं। इस धमाके के चश्मदीद गवाह बशीर अहमद बताते हैं कि मरने वालों में ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं जो यहां पर अपना पंजीकरण कराकर अपने आईडी कार्ड लेने आए थए।
बीते एक हफ़्ते पहले शुरू हुई पंजीकरण की प्रक्रिया में अब तक कम से कम चार ऐसे केंद्रों पर हमला हो चुका है। रविवार का हुआ ये हमला इससे पहले राजनयिक क्षेत्र में हुए हमले के बाद सबसे ज़्यादा ख़तरनाक हमला है।
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