New Delhi : कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह को खेल गांव में एंट्री नहीं मिलने का मामला सुलझा लिया गया है।
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अब साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह बेटी का मुकाबला देख सकेंगे। इस मामले को लेकर साइना नेहवाल ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई थी। इसके बाद इंडियन ओलिंपिक असोसिएशन ने मंगलवार को इस मामले को सुलझा लिया है। साइना ने इस मामले को सुलझने के बाद खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राजीव मेहता और IOA टीम को शुक्रिया कहा है।
बता दे कि जब भारतीय टीम भारत से कॉमनवेल्थ के लिए रवाना हुई तो साइना के पिता का नाम टीम के अधिकारी के रूप में लिस्ट में शामिल था, लेकिन गोल्ड कोस्ट पहुंचने पर उन्हें एंट्री नहीं मिली थी। गोल्ड कोस्ट में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल की मजबूत दावेदार मानी जा रही भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने इस मामले में ट्वीट कर नाराजगी जताई थी।
साइना नेहवाल ने ट्वीट कर लिखा - - मैं यह देखकर हैरान हूं कि जब कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए हमने भारत से शुरुआत की थी तो मेरे पिता की टीम अधिकारी के रूप में पुष्टि की गई थी और मैंने इसका खर्च भी दे दिया था, लेकिन खेल गांव पहुंचने पर पता चला कि उनका नाम टीम अधिकारियों की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। वह मेरे साथ रुक भी नहीं सकते। मेरे पिता मेरे मुकाबले भी नहीं देख सकते। ना ही वह खेल गांव में प्रवेश कर सकते हैं और ना ही मुझसे मिल सकते हैं। मुझे हर मुकाबले में उनके सपॉर्ट की जरूरत होती है।
बता द कि इससे पहले खेल मंत्रालय की ओर से आईओए को भेजी गई लिस्ट में से साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह, पीवी सिंधु की मां विजया पुर्सेला और शूटर हिना सिद्धू के पति और कोच रौनक पंउित का नाम हटा दिया गया था। यह कहा गया था कि वे अपने खर्च पर जा सकते हैं। बाद में खेल मंत्रालय ने 221 खिलाड़ियों सहित 325 सदस्यीय भारतीय टीम को भेजने की अनुमति दे दी।
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