New Delhi: अगर आप यह सोचते हैं कि मच्छर आप को इसलिए काटते हैं कि आप का खून मीठा है तो यह ज्यादा गलत नहीं है। एक नए अध्ययन में पता चला है कि मच्छर उन्हें मारने वालों से दूर भागते हैं।
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करंट बॉयोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, मच्छरों में तेजी से सीखने की शक्ति होती है। उन्हें एक बार में गंध याद हो जाता है, और वह उस गंध को याद रखते हैं।
इस प्रक्रिया में डोपामाइन एक मुख्य मध्यस्थ की भूमिका निभाता है। मच्छर इस जानकारी का इस्तेमाल करते हैं और इसे दूसरे उद्दीपकों के साथ विशेष कशेरूकी पोषक जातियों व निश्चित आबादी में इस्तेमाल करते हैं।
रिसर्च ये भी कहता है कि अगर किसी व्यक्ति की गंध मच्छरों को भा गई तो वह उसके पास बार-बार जाता है। लेकिन वहीं अगर किसी व्यक्ति की गंध मचछ्र को पसंद नहीं आई तो मच्छर उस व्यक्ति के पास नहीं जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, "व्यक्ति जो मच्छरों को ज्यादा मारते हैं या रक्षात्मक रवैया अपनाते हैं, चाहे उनका खून कितना भी मीठा हो मच्छर उनसे दूर रहते हैं।
"अमेरिका के वर्जीनिया टेक के शोध के सहायक प्रोफेसर चोल लाहोंड्रे ने कहा, "अब हम जानते हैं कि मच्छर गंध पहचानते हैं और उन्हें लेकर ज्यादा रक्षात्मक रहने वालों से बचते हैं।"
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