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New Delhi : आखिरकार वर्षों की मेहनत और हिन्दुस्तानियों के प्रयास रंग लाए। तमिलनाडु के इस भव्य मंदिर ने वो कारनामा कर दिखाया जो ताजमहल नहीं कर पाया। तिरुचिरापल्ली में तकरीब 6,31000 वर्गमीटर में फैले श्री रंगनाथस्वामी मंदिर को यूनेस्को एशिया पेसिफिक अवार्ड ऑफ मेरिट 2017 मिला है।
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इस पुरस्कार के लिए एशिया प्रशांत क्षेत्र के 10 देशों से कई प्रोजेक्ट्स आए थे। यह सब करीब 25 करोड़ की लागत से हुए रिनोवेशन की बदौलत संभव हुआ है।
आपको बता दें कि इस अवार्ड के लिए ताजमहल का नाम भी जा चुका है, मगर वह भी इस अवार्ड को हासिल नहीं कर पाया था। हालांकि यह यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है।
मौसम की मार और रखरखाव की कमी के चलते इस मंदिर की दशा खराब हो गई थी। मंदिर की मरम्मत करने के लिए बड़ी योजना बनाई गई और उस पर काम किया गया।
इस प्रोजेक्ट के तहत मंदिर की टूटफूट की मरम्मत की गई। पानी के तलाबों और भीतरी परिसर को दुरुस्त किया गया। मंदिर प्रशासन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें इस बात का पता चला कि यूनेस्को ने इस मंदिर को पुरस्कार के लिए चुना।
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