Lucknow: अक्सर लोग अपनी फरियाद थाने लेकर जाने में हिचकिचाते थे लेकिन यूपी पुलिस की ट्विटर सेवा ने लोगों की शिकायतें आसान कर दी है।
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अब लोग आसानी से अपनी शिकायत कर पातें हैं और उनकी मदद पहले से ज्यादा पुलिस कर रही है। इतना ही नहीं अगर कोई पुलिसकर्मी रिश्वतखोरी कर रहा है तो उसकी भी शिकायत यूपी पुलिस से ट्विटर पर करने पर कार्रवाई हो जाती है।
यूपी पुलिस की ट्विटर सेवा ने वर्ष 2017 में पब्लिक को खासी राहत दिलाई। थाने जाने से घबराने वाले, आपदा में फंसे और पुलिस की लापरवाही का शिकार हुए लोगों ने ट्विटर पर मदद मांगी और उन्हें राहत मिली। यूपी पुलिस की ट्विटर सेवा को वर्ष 2017 में 2,25,858 शिकायतें मिलीं, जिनमें 79761 शिकायतें कार्रवाई योग्य थीं। इनमें करीब 95 प्रतिशत यानी 72,000 शिकायतों का निस्तारण किया गया।
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डीजीपी के जनसंपर्क अधिकारी और ट्विटर सेवा की शुरुआत में अहम भूमिका निभाने वाले एएसपी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल के तीन लाख नौ हजार 247 फॉलोअर हैं।
शिकायतों के त्वरित निस्तारण के मामले में नोएडा, गाजियाबाद, वाराणसी और बरेली जिले की पुलिस सबसे आगे है। वहीं बलरामपुर, फैजाबाद, शाहजहांपुर, प्रतापगढ़ जिले की पुलिस शिकायतों के निस्तारण में फिसड्डी साबित हुए हैं।
ट्विटर पर यूपी पुलिस से सम्पर्क करने पर 434 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इतना ही नहीं ट्विटर पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद 90 पुलिसकर्मियों का निलंबन, 22 लाइन हाजिर हुए, 18 के खिलाफ एफआईआर हुई और 170 के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हुई।
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इसके अलावा पासपोर्ट सत्यापन, एनआरआई प्रकरण में प्राप्त शिकायत, रेलू/विदेशी पर्यटकों के साथ छेड़छाड़/मारपीट, यातायात/जाम में फंसे लोगों और ट्रेन में यात्रा के समय मिली शिकायतों पर भी कार्रवाई की गई।
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