New Delhi: पुणे हिंसा को लेकर जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है..
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दोनों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। आपको बता दें ये शिकायत पुणे के डेक्कन पुलिस थाने में हुई है।
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माना जा रहा है एक रैली को संबोधित करते हुए दोनों ने भड़काऊ भाषण दिया था। इससे पहले जिग्नेश मेवाणी ने भी लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने का अपील किया है। जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र सरकार को कानून का राज सुनिश्चित करना चाहिए। मैं महाराष्ट्र के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
बात दें जीत के जश्न के दौरान जातीय हिंसा हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिसके बाद दलित संगठन सड़क पर आ गए। प्रदर्शनकारियों ने शिवसेना के दफ्तर पर भी तोड़फोड़ की।
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जानकारी के मुताबिक करीब 200 साल पहले हुई भीमा-कोरेगांव की लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को पराजित किया था, इस जीत का जश्न दलित नेता मनाते हैं क्योंकि इतिहास के मुताबिक ईस्ट इंडिया कंपनी की ओर से महार समुदाय के सैनिकों ने युद्द लड़ा था क्योंकि वो उस वक्त वे अछूत माने जाते थे, उन्हें समाज में काफी तिरस्कार भरी नजरों से देखा जाता था, हालांकि इस कार्यक्रम का विरोध दक्षिणपंथी समूहों की ओर से किया जाता रहा है, उन्हें 'ब्रिटिश जीत' के जश्न पर आपत्ति है।
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