New Delhi: ओडिशा के चांदीपुर रेंज से डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने आज एक बार फिर आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।
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आपको बता दें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद से ही डीआरडीओ के वैज्ञानिक घातक आकाश एस-1 मिसाइल का परीक्षण करने की तैयारी कर रहे थे।
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रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ओडिशा के चांदीपुर रेंज से आज दोपहर आकाश एस-1 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है। यह परीक्षण दोपहर करीब डेढ़ बजे के आसपास किया गया। मिसाइल ने सफलतापूवर्क अपने लक्ष्य को हवा में मार गिराया। इस परीक्षण के तहत समुद्र के ऊपर आकाश एस-1 से टारगेट को भेदा गया।
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आपको बता दें कि आकाश एस-1 मिसाइल में मेक इन इंडिया के तहत बनाए उपकरण लगाए गए हैं, जो दुश्मनों के फाइटर जेट और ड्रोन्स को ध्वस्त करने की बहुत ही सटीक और प्रभावी क्षमता से लैस है। जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश एस-1 मिसाइल दुश्मन के एयरक्राफ्ट और मिसाइल को 18-30 की किलोमीटर की दूरी से ही इंटरसेप्ट करने की क्षमता से लैस है।
बता दें कि आकाश एस-1 मिसाइल की तैनाती भारतीय वायुसेना और थलसेना में होगी, जिसे चीन और पाकिस्तान के फ्रंट पर लगाया जाएगा। जाहिर है कि सीमा पर आकाश एस-1 की तैनाती के बाद चीन और पाकिस्तान को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना होगा।
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गौरतलब है कि पिछले दिनों भारत ने वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर रिकॉर्ड कायम किया है। ब्रह्मोस ने बंगाल की खाड़ी में अपने समुद्री लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। यह हवा से लक्ष्य भेदने का मिसाइल का पहला परीक्षण था।
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