New Delhi: फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद जारी है। अब राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को फिल्म को लेकर एक पत्र लिखा है।
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सीएम राजे ने फिल्म को लेकर पूरे मामले से केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर अवगत कराया है। पत्र में सीएम ने आग्रह किया है कि 'पद्मावती' फिल्म तब तक रिलीज न हो, जब तक इसमें आवश्यक बदलाव नहीं किए जाएं। ताकि किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
उन्होंने पत्र में कहा है कि इस संबंध में सेंसर बोर्ड को भी फिल्म प्रमाणित करने से पहले इसके सभी संभावित नतीजों पर विचार करना चाहिए। सीएम ने लिखा है कि प्रसिद्ध इतिहासकारों, फिल्मी हस्तियों और पीड़ित समुदाय के सदस्यों की एक समिति गठित की जाए, जो इस फिल्म और कथानक पर विस्तार से विचार-विमर्श करे। उसके बाद ऐसे आवश्यक परिवर्तन किए जाएं, जिससे किसी भी समाज की भावनाओं को आघात न लगे।
सीएम राजे ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को अपनी समझ के अनुसार फिल्म बनाने का अधिकार है, लेकिन कानून व्यवस्था, नैतिकता और नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचने की स्थिति में मौलिक अधिकारों पर भी तर्क के आधार पर नियंत्रण रखने का प्रावधान भारत के संविधान में है। ऐसे में 'पद्मावती' फिल्म की रिलीज पर पुनर्विचार किया जाए। वहीं, केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिखने के लिए मेवाड़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्यमंत्री निवास पर राजे से मुलाकात कर उनका आभार जताया।
प्रतिनिधिमंडल में यूडीएच मंत्री श्री श्रीचंद कृपलानी, चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान आक्या, मेवाड क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष बालू सिंह कानावत, मेवाड क्षत्रिय महासभा संरक्षक मनोहर सिंह कृष्णावत सहित कई लोग शामिल रहे।
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