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New delhi : केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में बातचीत की पहल को दोबारा शुरू किया जा रहा है। घाटी में मोदी सरकार की बात पूर्व IB चीफ दिनेश्वर शर्मा रखेंगे। निजी समाचार चैलन से बातचीत में दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि जो भी इस देश का नागरिक है जो भी स्टेकहोल्डर है, जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर उन सभी से बातचीत की जाएगी।
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उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही जम्मू कश्मीर जाकर उन लोगों से बातचीत करेंगे। दिनेश्वर शर्मा बोले कि हुर्रियत के नेता भी इस देश के नागरिक हैं, जम्मू कश्मीर के नागरिक हैं इसलिए वह सभी स्टेकहोल्डर से बात करेंगे।
पाकिस्तान की फंडिंग से नहीं होगा भला :
दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि जो वहां के नौजवान भटके हुए हैं, पाकिस्तान की जो फंडिंग आती है उनको समझाया जाएगा कि वह फंडिंग से उनका कोई भला होने वाला नहीं है। उससे कोई विकास होने वाला नहीं है, भटके युवाओं को समझाया जाएगा और जो वहां की समस्या है वहां की प्रॉब्लम चल रही है सालों से उसको कैसे निपटा जाए। इस पर काम किया जाएगा।
पाकिस्तान के इशारे पर काम ना करें लोग :
हुर्रियत नेताओं के पाकिस्तान से संबंधों पर दिनेश्वर शर्मा का कहना है कि पाकिस्तान की जो फंडिंग हो रही है, उसकी जांच एनआईए कर रही है। कुछ लोगों को अरेस्ट भी किया है, उस पर उनको कुछ नहीं कहना है। लेकिन वह यही चाहते हैं कि पाकिस्तान के इशारे पर जो लोग काम करते हैं, वह नहीं होना चाहिए वहां की फंडिंग नहीं आनी चाहिए। उससे इस देश का जम्मू कश्मीर का नौजवानों का कोई फायदा होने वाला नहीं है।
डोभाल के भरोसेमंद :
जानकारी के मुताबिक दिनेश्वर शर्मा एनएसए अजीत डोभाल के सबसे खास और विश्वासपात्र रहे हैं। केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी दिनेश्वर शर्मा जब एनएसए अजीत डोभाल आईबी में डायरेक्टर थे उसी दौरान कश्मीर का काम देखते थे और कश्मीर के कई आतंकी ऑपरेशन को उस दौरान अंजाम दिया था।
दिनेश्वर शर्मा ने कहा कि मेरी कोशिश यह रहेगी कि जम्मू कश्मीर में शांति बहाल हो। विकास के रास्ते खुले, विकास हो और जो हमारे नौजवान है। उस को रोजगार मिले और जो नौजवान भटका हुआ है वह सही रास्ते पर आए।
कौन हैं दिनेश्वर शर्मा?
आईबी में स्पेशल डायरेक्टर के तौर पर काम करने के साथ-साथ 31 दिसंबर 2016 को आईबी चीफ के तौर पर सेवानिवृत्त हुए दिनेश्वर शर्मा 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। दिनेश्वर शर्मा बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं, कूटनीतिक तौर पर मोदी सरकार में इनको एक समझदार खिलाड़ी के तौर पर माना जाता रहा है।
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