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New Delhi: भारतीय अंग्रेजी कविताओं को नई दिशा देने वाले कवि मकरंद परांजपे आज अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं. वे कवि होने के साथ-साथ जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में इंग्लिश के प्रोफेसर भी हैं.
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31 अगस्त 1960 में गुजरात के अहमदाबाद में जन्मे मकरंद परांजपे ने अपनी स्कूलिंग बैंगलोर के 'बिशप कॉटन बॉयज स्कूल' से की, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इंग्लिश ऑनर्स में बी.ए किया. इसके बाद उन्होंने अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनोइस से इंग्लिश में एम.ए और पीएचडी की.
1986 में भारत लौटकर उन्होंने हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पहले लेक्चरर और बाद बतौर रेडर कार्य किया. 1994 में मकरंद परांजपे ने दिल्ली आईआईटी का डिपार्टमेंट ऑफ़ ह्यूमैनिटीज और सोशल साइंस ज्वाइन किया. इसके बाद उन्होंने 1999 में जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में इंग्लिश प्रोफेसर का पद संभाला और आज तक इस पद पर कार्यरत हैं.
कवि मकरंद परांजपे ने अपने 30 साल के करियर में कई सब्जेक्ट्स पर 150 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल अकादमिक पेपर्स पब्लिश किये हैं, और साथ ही 200 से ज्यादा आर्टिकल बुक रिव्यु व अन्य लेख लिखे हैं. इसके अलावा वे कई बड़े समाचार पत्र-पत्रिकाओं में कॉलमिस्ट भी हैं.
अगर उनके निजी जीवन की बात करें तो वह कांग्रेस के पूर्व मंत्री अरुण सिंह कि बेटी देवकी सिंह से 2006 में विवाह बंधन में बंधे. अरुण सिंह राजीव गांधी की सरकार में यूनियन मिनिस्टर थे.
शायद आपको ध्यान हो तो मकरंद परांजपे ने ही पिछले साल कन्हैया कुमार का जबरदस्त विरोध किया था और तथ्य सत्यापन की हिदायत दी थी.
कविताएँ
- द सेरेन फ्लेम
- प्लेयिंग द डार्क गॉड
- यूज्ड बुक
- पार्शियल डिसक्लोजर
- कांफ्लुएंस
सम्मान
- साहित्य के लिए होमी भाभा फेलो
- विजिटिंग प्रोफेसर, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, शिमला
- शास्त्री इंडो-कनाडाई रिसर्च फेलो, कैलगरी विश्वविद्यालय, कनाडा,
- विज़िटिंग प्रोफेसर, बॉल स्टेट यूनिवर्सिटी, इंडियाना, यू.एस
- IFUSS फैलो, आयोवा विश्वविद्यालय, आयोवा सिटी, अमेरिका
- मेलोन फेलो, हैरी रांडोम मानविकी अनुसंधान केंद्र, ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय
- समन्वयक, यूजीसी विशेष सहायता कार्यक्रम
- संयुक्त-समन्वयक, चीन-भारत अंतर सांस्कृतिक वार्ता
- जीपीएसएस रिसर्च अवार्ड
- जीपीएसएस प्रमुख पुरस्कार
- कॉमनवेल्थ राइटर्स प्राइज
- विज़िटिंग प्रोफेसर, बार्सिलोना में यूनिवर्सिटेट ऑटोनोमा डे
- शिवदासानी विजिटिंग फेलो, ऑक्सफ़ोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड
- भारतीय अध्ययन में आईसीसीआर अध्यक्ष, सिंगापुर के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- कैप विज़िटिंग प्रोफेसर, साओ पाउलो विश्वविद्यालय, ब्राजील
- इंडियन एसोसिएशन फॉर कॉमनवेल्थ लैंग्वेज एंड लिटरेचर एसोसिएशन द्वारा सम्मानित
- सर्वश्रेष्ठ प्रकाशित अकादमिक पेपर के लिए मीनाक्षी मुखर्जी पुरस्कार
- "सैंटियागो डी कॉम्पोस्टेला - यूनिवर्सिटी ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ रिसर्च एक्सिलेंस प्रोग्राम" के तहत सम्मानित फेलोशिप का दौरा।
- जर्मनी के ट्यूबिंगन विश्वविद्यालय में वर्ल्ड लिटरेचर में उद्घाटन डीएएडी-एरिक और्बच विज़िटिंग चेयर
- वरिष्ठ अनुसंधान साथी, एशिया रिसर्च इंस्टीट्यूट, सिंगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी,
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