New Delhi
बलात्कारी राम रहीम को 20 साल जेल की सजा हुई है। लेकिन उसके समर्थक अभी भी बवाल करने पर उतारू हैं। इसको देखते हुए सिरसा में डेरा और आसपास के तीन गांवों में कर्फ्यू लगाया गया है।
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हालांकि सिरसा शहर में कर्फ्यू में ढील दी गई है। लेकिन इसके बावजूद डेरा और उसके आसपास के गांव नेजिया, बेगू और बाजेकां में कर्फ्यू जारी रहा। सेना ने दोनों डेरा के बाहर डेरा डाला हुआ है। डेरा से बाहर आने वाले श्रद्धालुओं को रोडवेज बसों से बस स्टैंड तक पहुंचाया जा रहा है। मंगलवार को करीब 650 लोग डेरा और आसपास की कॉलोनियों से बाहर आए।
शाह सतनाम चौक पर कीर्तिनगर पुलिस चौकी के सामने सबसे पहला नाका लगाया हुआ है। पिछले दो दिन से इस नाके की कमान सीआरपीएफ के जवानों के हाथों में है। साथ ही हरियाणा पुलिस भी लगी हुई। पुलिस ने इस ओर की आवाजाही पूरी तरह से बंद की गई है। यही से कर्फ्यू की हद शुरू होती है। इससे 100 मीटर आगे जगदंबा पेपर मिल से पहले बड़ा नाका लगाया हुआ है। जिसे भेद पाना उपद्रवियों के लिए आसान नहीं है। वहां पर हरियाणा पुलिस, महिला और पुरुष, सीआरपीएफ, सेना के जवान और आरएएफ के जवान तैनात हैं। शाह सतनाम चौक से बड़ा नाका तक की सुरक्षा में आईटीबीपी के जवान लगे हुए है।
इससे आगे परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। आगे की कमान सेना के हाथों में है। पुराना डेरा के आगे सेना के जवान तैनात हैं। पुराना डेरा से लेकर बेगू गांव तक सेना के जवान हैं। बेगू से नया डेरा और नेजिया नाका तक सेना ने पूरी तरह से कमान संभाली हुई है। डेरा के आगे सेना की मूवमेंट ही डेरा में रह रहे लोगों में दहशत पैदा कर रही है और लोग डेरा से बाहर निकलकर आ रहे है। शासन की ओर से जैसे ही इशारा मिलेगा सेना सर्चिंग आपरेशन शुरू कर देगी। हालांकि प्रशासन साफ कर चुका है कि सेना की डेरा में जाने की कोई योजना नहीं है।
उधर, डेरा से श्रद्धालुओं का पलायन मंगलवार को भी जारी रहा। डेरा और आसपास की कॉलोनी में आकर ठहरे करीब 650 श्रद्धालुओं को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। प्रशासन की ओर से डेरा से निकलने गए श्रद्धालुओं को बसों के माध्यम से चौपटा पहुंचाया गया था। जहां पर इन प्रेमियों की तलाशी ली गई और उनकी छंटनी गई। जो श्रद्धालु सरदूलगढ़, नोहर-भादरा, फतेहाबाद अथवा डबवाली की ओर जाना चाहते थे, उन्हें चोपटा से बस सेवाएं मुहैया करवाई गई। डेरा से चोपटा तक फ्री बस सेवा प्रदान की गई।
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