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New Delhi: नंदन नीलकेणी की इंफोसिस में वापसी हो गई है। विशाल सिक्का के इंफोसिस के सीईओ पद से इस्तीफे के बाद कंपनी को स्थायित्व देने के लिए नीलकेणी को कमान दी गई है। नीलेकणी को कंपनी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। विशाल सिक्का के बाद आर शेषैया और को-चेयर रवि वेकंटसन ने भी इस्तीफा दे दिया है।
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पिछले हफ्ते विशाल सिक्का के सीईओ पद से इस्तीफा देने के बाद एक निवेश सलाहकार कंपनी ने नंदन नीलकेणी को कंपनी के निदेशक मंडल में गैर कार्यकारी चेयरमैन के रूप में वापस लाए जाने की सलाह दी थी। नंदन नीलकेणी साल 2002 से 2007 तक इंफोसिस के सीईओ रह चुके हैं।
नीलकेणी उन सात मशहूर संस्थापकों में से एक हैं जिन्होंने 80 के शुरुआती दशक में आईटी कंपनी इंफोसिस की स्थापना की थी। साल 2009 में वो भारत सरकार के महत्वकांक्षी यूआईडीएआई के चेयरमैन बने थे। नीलकेणी के कार्यकाल में इंफोसिस की रेवेन्यू ग्रोथ 42 फीसदी और मार्जिन में 28 फीसदी की सालाना ग्रोथ देखने को मिली थी।
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