NEW DELHI:
पुलिस और प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तमाम बंदोबस्त लगभग पूरे किए जा चुके हैं। मगर यह सब डेराप्रेमियों के पंचकूला की तरफ बढ़ते कदमों पर रोक नहीं लगा पा रहे। हालांकि प्रशासन अपने तरीके से इनकी पहचान करके वापस भेज रहा है। खासकर जिनके हाथ में छोले और छतरी मिल रही हैं, उन्हें पंचकूला की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा।
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गुरूवार शाम तक डेरा सच्चा सौदा के 2 लाख से अधिक अनुयायियों ने सड़कों पर डेरा डाल दिया। यही वजह है कि पंचकूला में डेराप्रेमियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। दरअसल, साध्वी यौन शोषण मामले में डेरामुखी की 25 अगस्त को पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में सुनवाई है। उस दिन कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुनाएगी। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन की सांसें फूली हुई हैं। किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से बचने के लिए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
बाहरी कंपनियों के साथ फ्लैग मार्च किया जा रहा है तो चप्पे-चप्पे पर नाकाबंदी कर दी गई है। पंचकूला की तरफ जाने वाले डेराप्रेमियों को बॉर्डर पर रोका जा रहा है। अंबाला -चंडीगढ़ और अंबाला-शंभु बॉर्डर पर पुलिस ने पहरा लगाया हुआ है। इन दोनों ही रास्तों से पंचकूला की तरफ जाने वाले हर वाहन को चेक किया जा रहा है। खासकर बसों की चेकिंग बढ़ा दी है। इस दौरान अगर कोई व्यक्ति या महिला छोले और छतरी के साथ दिखाई देती है तो उसे उतारकर कैंट की तरफ रवाना कर दिया जाता है।
कैंट स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी की जा रही है। कोई असमाजिक तत्व किसी तरह की शरारत न कर दे, इसे देखते हुए जीआरपी पूरे तरीके से अलर्ट है। स्टेशन पर हर यात्री का सामान बाकायदा चेक किया जा रहा है और स्टेशन पर भीड़ इक्कठी नहीं होने दी जा रही। स्टेशन पर बिना कारण बैठे लोगों को भी स्टेशन से बाहर निकाला गया। जीआरपी डीएसपी शीतल सिंह धारीवाल का कहना है कि यात्रियों व ट्रेनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
अधिकारी ने कहा कि पंचकुला, सिरसा, हिसार और अन्य जगहों पर सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया जबकि एहतियाती कदम के तौर पर कई अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस सोशल मीडिया, खासकर वाट्सऐप समूहों, फेसबुक और ट्विटर पर कड़ी नजर रख रही है और लोगों से अफवाह नहीं फैलाने को कहा है। ऐहतियाती कदम के तौर पर कई मार्गों पर बस सेवाओं को भी स्थगित किया गया है।
पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित क्षेत्र के प्रशासक वी पी सिंह बदनोर की अध्यक्षता में हुई समन्वय समिति की बैठक में मोबाइल इंटरनेट सेवा को स्थगित रखने का फैसला किया गया। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राम निवास ने कहा, मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवा को पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित चंडीगढ़ में अगले 72 घंटों के लिये तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिसूचना जारी की जा रही है।
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