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New Delhi: भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए पहले ही 22 अपाचे हमलावर हेलीकॉप्टर और 15 चिनूक हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टरों का सौदा पूरा होने वाला है। इस बीच सरकार ने हाल ही में 6 और अपाचे हेलीकॉप्टर्स के लिए आर्डर देने को मंजूरी दे दी है। अपाचे हेलीकॉप्टर को दुनिया के सबसे तेज तर्रार और घात हेलीकॉप्टर है। अपाचे की रफ्तार और इसकी ताकत किसी टैंक से कम नहीं है। कह सकते हैं कि अपाचे हवा में उड़ता टैंक है जो दुश्मन को चंद सेकेंडों में राख के ढ़ेर में बदल देता है।
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ये है खासियत : अपाचे हेलीकाप्टरों को दुनिया का सबसे घातक हेलीकॉप्टर माना जाता है। सभी मौसमों में दिन रात सक्रिय रहने की क्षमता वाले ये स्टील्थ हेलीकॉप्टर हैं यानि दुश्मन के सीमा में घुसने के बाद भी कोई रडार इसे ढूंढ नहीं सकता। सबसे खास बात ये है कि अपाचे एक बार में 183 लक्ष्यों पर निशाना साध कर उसे बर्बाद कर सकता है।
इस हेलीकॉप्टर में दुनिया की सबसे एडवांस्ड 30mm ऑटोमैटिक एम230 चेनगन लगी है, जो चलते फिरते लक्ष्यों को पल भर में बर्बाद कर सकती है। यह चेनगन एक मिनट में 1200 गोलियां बरसाती है। हेलीकॉप्टर के पायलट को फाइटर जेट्स पायलटों की तरह अत्याधुनिक हेल्मेट दिए गए हैं, जो सटीक और कई लक्ष्यों को एक साथ निशाना बनाने के लिए खास तौर पर तैयार किए गए हैं। युद्ध का पासा पलटने की क्षमता वाले अपाचे हेलीकॉप्टरों में लेजर और इन्फ्रारेड सिस्टम्स के अलावा अत्यधिक घातक हेलफायर मिसाइल लगे होते हैं। जमीनी-आसमानी युद्ध में असरकारी भूमिका निभाने वाले इतनी घातक क्षमता वाले इस तरह के हेलीकॉप्टर पहली बार भारतीय सेना में शामिल किए जा रहे हैं।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया के कई देश इस हेलीकॉप्टर को खरीदनने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन अमेरिका ने सिर्फ 6-7 देशों को ही अपाचे हेलीकॉप्टर बेचे हैं। अब भारत ही इकलौता ऐसा देश है जिसे इतने बड़ी संख्या में अमेरिका अपाचे हेलीकॉप्टर दे रहा है। बोईंग कम्पनी ने अपाचे हेलीकॉप्टरों के फ्यूजीलाज और अन्य हिस्से बनाने के लिए हैदराबाद में टाटा कम्पनी के साथ एक संयुक्त उद्यम खोला है जहां इन घातक हेलीकॉप्टरों का निर्माण किया जा रहा है।
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