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New Delhi: एक ओर पूरे देश मे बेटी बचाओ अभियान चलाया जा रहा है वहीं गुजरात में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां नवजात बच्ची के पैदा होते ही मां-बाप ने उसे कांटेदार झाड़ियों में फेंक दिया।
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गुजरात राज्य में ऊना शहर में झाड़ी के नीचे एक नवजात बच्ची पाई गई। बच्ची का शरीर कांटों से भरा हुआ था। मिली जानकारी के मुताबिक, मां-बाप ने बच्ची को सिर्फ इसलिए फेंक दिया क्योंकि उन्हें एक लड़के की चाह थी। फिलहाल बच्ची के मां-बाप का अभी पचा नहीं चल पाया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह मामला भारत में रहने वाले उन गरीब परिवारों का है जो लड़कियों को बोझ मानती है।
तस्वीर में दिख रही बच्ची पूरी तरह से जख्मी है। उसके पूरे शरीर से खून बह रहा है। कांटे की वजह से उसके शरीर पर जगह-जगह छेद हो गए हैं। बता दें कि इस बच्ची के मां-बाप ने तो इसे मरने के लिए छोड़ दिया लेकिन रास्ते से गुजर रहा एक शख्स इसके लिए फरिश्ता बनकर आया। शख्स ने बच्ची को देखते ही तुरंत एंबुलेंस बुलवाई और उसे अस्पताल ले गया। फिलहाल बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने उसके शरीर से सारे कांटे हटा लिए हैं। डॉक्टर ने बताया कि बच्ची की स्थिति अभी बेहतर है।
बता दें कि पुलिस बच्ची के मां-बाप की तलाश में जुटी हुई है। दरअसल, भारत के कई इलाके ऐसे हैं जहां गरीबी की वजह से लोग लड़कियों को एक अभिशाप मानते हैं। और वित्तीय बोझ समझते हैं। संयुक्त राष्ट्र के बच्चों के फंड (यूनिसेफ़) का अनुमान है कि भारत की आबादी में गर्भस्थता और सेक्स चयनात्मक गर्भपात के परिणामस्वरूप 50 मिलियन लड़कियां और महिलाएं गायब हैं।
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