New Delhi: पाकिस्तान को लगातार झटके लग रहे हैं। पहले चीन ने चेताया और अब अमेरिका ने फंडिंग बंद कर दी है। फंडिंग बंद होने के बाद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने वाली है।
आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी कांग्रेस ने यह फैसला लिया है। पाकिस्तान पर वर्तमान सीमाएं केवल आतंकवादी समूह हक्कानी नेटवर्क पर लागू होती है। लेकिन अमेरिकी कांग्रेस ने 20017 के लिए नए प्रतिबंध लागू किए, जिसमें भारत के लिए सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
जबसे पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने में असफल रहा है। तब से यह अमेरिका की आर्थिक और सैन्य सहायता पाने के योग्य नहीं है। अफगान जासूस एजेंसी के पूर्व प्रमुख रहमतुल्ला नबील द्वारा खुफिया दस्तावेजों को खुलासा किया गया है।
जिससे यह पता चलता है कि अमेरिकी सरकार द्वारा आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान को पैसा दिया जा रहा था, जिसे देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा खर्च की जा रही है। जो आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम करता है।
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