Vaishakha purnima Upay: वैशाख पूर्णिमा का बहुत महत्व है। ये दिन चंद्र देव की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। पूर्णिमा का व्रत करने से जीवन में सुख, शांति आती है। इसके साथ ही जो भी स्त्री पूर्णिमा का व्रत रखती हैं, उन्हें सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पूर्णिमा का दिन पितरों की सेवा के लिए उचित माना गया है। इस शुभ दिन पर, लोग देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को समर्पित मंदिरों में जाते हैं और सत्यनारायण व्रत का पालन करते हैं।
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वैशाख पूर्णिमा का मुहूर्त
वैशाख पूर्णिमाकी रात मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन रात्रि में लक्ष्मी जी को सुगंधित फूल अर्पित करें और ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम: मंत्र का जाप करें। पूर्णिमा मां लक्ष्मी की जन्म तिथि है। इनके आशीर्वाद से घर में धन-धान्य के भंडार भर जाते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, 22 मई, 2024 दिन बुधवार शाम 06 बजकर 47 मिनट पर वैशाख पूर्णिमा तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन 23 मई, 2024 दिन गुरुवार शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए वैशाख पूर्णिमा 23 मई, 2024 को मनाई जाएगी।
वैशाख पूर्णिमा पर उपाय
इस दिन स्नान- दान करने और पूजा पाठ करने से सबको को विशेष फल की प्राप्ति होती है. साथ ही, उनके जीवन में आ रही तमाम तरह की परेशानियां भी समाप्त हो जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, अबकी बार पूर्णिमा 5 मई को है. वैशाख पूर्णिमा के दिन पर भगवान विष्णु और चंद्र देव की उपासना करने से साधकों को सुख- समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.वैशाख पूर्णिमा के संदर्भ में कुछ जरूरी उपाय भी बताए गए हैं, इनको करने से साधकों को विशेष फल मिलता है
वैशाख पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. यदि ऐसा ना हो तो पानी में गंगा जल मिलाकर जरूर स्नान करें. ऐसा करने से तन- मन की शुद्धि होती है. साथ ही, आपके तमाम तरह के पाप भी मिट जाते हैं.
पूर्णिमा तिथि के दिन घर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें, जिस घर में साफ सफाई होती है. वहां मां लक्ष्मी का वास होता है. इसके साथ ही, घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह जरूर बनाए. ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.
वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की उपासना करने का विशेष महत्व है, इसीलिए इस दिन दूध में अक्षत और चीनी मिलाकर चंद्र देव को अर्घ्य जरूर प्रदान करें. ऐसा करने से तनव और कशत दूर हो जाते हैं.
पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान शिव को दूध में अक्षर और चीनी मिलाकर अर्पित करें. ऐसा करने से आपके जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है. साथ ही, सभी दुखों का नाश होता है.
आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए पूर्णिमा तिथि के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाएं और फिर महालक्ष्मी का स्मरण करते हुए मन ही मन अपनी मनोकामना दोहराए. ऐसा करने से आपको धन- धान्य की प्राप्ति होती है.