Pawan Singh: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भोजपुरी स्टार और पार्टी नेता पवन सिंह पर बड़ा एक्शन लिया है। अनुशासनहीनता के मामले में भाजपा ने पवन सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अर्थात पवन सिंह को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया है। उन पर यह कार्रवाई भाजपा की बिहार इकाई की ओर से की गई है। काराकाट संसदीय सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह को पार्टी से निकालने के लिए बिहार भाजपा ने एक पत्र जारी किया गया। पवन सिंह जिला भाजपा भोजपुर से प्रदेश कार्यसिमित सदस्य थे।
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इनके आदेश पर हुई कार्रवाई
पवन सिंह पर भाजपा ने यह कार्रवाई पार्टी के विरुद्ध जाकर निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर की है। भाजपा खुद पवन सिंह को लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती थी और उनके नाम पर पश्चिम बंगाल की अनसोल संसदीय सीट पर मुहर भी लगा दी थी, लेकिन उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने से इंनकार करते हुए पार्टी को टिकट लौटा दी थी, जिसके बाद 22 मई को उन्हें भाजपा से बाहर कर दिया गया। पवन सिंह पर यह कार्रवाई बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश इकाई अध्यक्ष सम्राट चौधरी के आदेश पर की गई है।
पार्टी की छवि धूमिल हुई
पवन सिंह को पार्टी बाहर का रास्ता दिखाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के बिहार इकाई के अरविंद शर्मा ने एक पत्र जारी किया। इस पत्र में अरविंद शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में आप एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं आपका यह कार्य दल विरोधी है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है तथा पार्टी अनुशासन के विरुद्ध आपने यह कार्य किया है। अतः आपको दल विरोधी इस कार्य के लिए माननीय प्रदेश अध्यक्ष के आदेश अनुसार पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
भाजपा ने आसनसोल से दिया था टिकट
बता दें कि भाजपा ने भोजपुररी स्टार एवं पार्टी के नेता पवन सिंह को बंगाल की आसनसोल लोकसभा से टिकट दिया था, लेकिन यहां से चुनाव लड़ने से मना करते हुए नाम घोषणा के एक दिन बाद पवन सिंह ने पार्टी को टिकट लौटा दिया था। भाजपा ने अपनी पहली सूची में पवन सिंह के नाम की घोषणा की थी। दरअसल, पवन सिंह बिहार में आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे। भाजपा ने आरा से केंद्रीय मंत्री और वर्तमान सांसद आरके सिंह को टिकट दिया गया, तब पवन सिंह ने काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी वह नामांकन के आखिरी दिन अपना नाम वापस ले लेंगे, लेकिन नहीं लिया। इसके बाद इस बात की संभावनाएं प्रबल हो गई थीं कि पार्टी कभी भी पवन सिंह को भाजपा से बाहर कर सकती है।
पवन के आने से हुआ त्रिकोणीय मुकाबला
पवन सिंह ने बिहार की काराकाट संसदीय सीट से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। यह वह सीट है जहां भाजपा और एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा उम्मीदवार हैं। पवन सिंह के काराराट सीट से चुनान लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। महागठबंधन के सीपीआईएमएल दल के राजाराम सिंह कुशवाहा यहां से चुनाव मैदान में हैं। इस लोकसभा सीट पर सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को घोषित होंगे। बता दें कि भाजपा के बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार ने कहा था कि पवन सिंह लंबे समय तक बीजेपी में रहे हैं। अब अगर वह निर्दलीय नामांकन किए हैं तो ऐसे में अगर समय रहते वे नाम वापस नहीं लेते हैं तो उन पर पार्टी आवश्यक कार्रवाई करेगी, जोकि हुई भी।