PM Modi Reaction on ED: लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं। राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक अलग-अलग राज्यों में जाकर चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। इसी चुनावी गहमागहमी के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया टूडे मीडिया कंपनी को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने कई तरह के मुद्दों पर खुल कर बात की है। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने संस्थाओं के दुरुपयोग और तानाशाही के आरोपों पर भी बेबाकी से जवाब दिया।
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बिना बहस बिल पास करने के आरोप पर बोले पीएम
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकारों ने जब पीएम मोदी से संसद में बिना बहस के बिल पास करा देने के आरोपों का जिक्र किया तो प्रधानमंत्री ने कहा, 'संसद के भीतर डिबेट करने के लिए हम बार-बार कह रहे हैं। इनको लगता है कि हमारे पास कहने को कुछ नहीं है। कहने वाले भी नहीं हैं। इनके जितने नए सांसद आए हैं न, मुझे आकर कहते हैं कि साहब हमारे तो पांच साल बर्बाद हो गए। हम एक शब्द नहीं बोल पाए हाउस में।”
कांग्रेस के लिए लोकतंत्र सत्ता में रहना है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, 'हमेशा मेरी कोशिश रहती है कि लोग कुछ करें, लेकिन दुर्भाग्य है कि गांधी परिवार के लिए लोकतंत्र का अर्थ सिर्फ उसका सत्ता में होना है। आज भी कांग्रेस यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि 2014 में देश ने कोई दूसरी सरकार चुनी है, कोई दूसरा प्रधानमंत्री है, जिसे देश की जनता ने चुना है, वो अब भी मन से स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।'
ईडी की सक्रियता पर बोले पीएम मोदी
पत्रकारों ने जब पीएम मोदी से ईडी की कार्रवाई को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'पूछना चाहिए कि दस साल तक ईडी को इतनी पगार दी, उतना काम किया या नहीं? 2004 से 2014 तक काम क्यों नहीं किया गया? रेलवे का टिकट चेकर टिकट चेक नहीं करेगा तो रखने की क्या जरूरत है? पीएम मोदी ने आगे कहा, '2004 से 2014 तक, व्यवस्था तो यही थी। कानून वही था। उन्होंने कहा मैंने कोई कानून तो नहीं बदला है। मैंने ईडी भी नहीं बनाई है। पीएम मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा उन्होंने कोई काम नहीं किया है। सिर्फ 34-35 लाख रुपया जब्त किए गए। दस साल तो हम भी विपक्ष में थे। उनको किसने रोका था? बीजेपी की सरकार में 2,200 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। नोटों के ढेर आपके मीडिया वालों ने दिखाए हैं, उस ईडी को कैसे कोई बदनाम कर सकता है?