दोस्तों, आज मैं आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहा हु जिसे पढ़कर आपको यह शिक्षा मिलेंगी की आप आपने जीवन में सफ़लता के साथ साथ अपने परिवार को कैसे वक्त दे, तो आईये पढ़ते हैं विजेता हर काम को सही तरह से करते हैं – Story with Moral
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विजेता हर काम को सही तरह से करते हैं – Story with Moral in Hindi
एक समय की बात है, एक लकडहारा एक लकड़ी के व्यापारी से कोई काम मांगने आया और उसे वहा काम मिल भी गया. वे उसे अच्छे खासे पैसे देते थे इसी वजह से उस लकडहारे ने अपनी तरफ से सबसे अच्छा काम करने का निश्चय किया.
उसके मालिक ने उसे एक कुल्हाड़ी दी और जिससें उसे लकड़ी काटनी थी.
पहले ही दिन, उस लकडहारे ने 18 पेड़ लाये.
मालिक ने खुश होकर कहा, “बहोत अच्छे, बधाई हो!, इसी तरह आगे बढ़ते जाओ!”
अपने मालिक के इन शब्दों से उसे बहोत प्रेरणा मिली, लकडहारे ने अगले दिन और अधिक मेहनत से काम किया, लेकिन उस दिन वह केवल 15 पेड़ ही ला पाया. तीसरे दिन उसने और ज्यादा कोशिश की, लेकिन तीसरे दिन भी वह केवल 10 पेड़ ही ला पाया. और जैसे-जैसे दिन बीतते गये पेड़ो की संख्या कम होते गयी.
ये सब देखते हुए उस लकडहारे ने सोचा की, “मै अपनी ताकत खोते जा रहा हु”. तभी वो अपने मालिक के पास गया और उस से क्षमा मांगने लगा, और कहने लगा की उसे कुछ समझ नहीं आ रहा है की उसके साथ क्या हो रहा है.
तभी मालिक ने पूछा की, “तुमने पिछली बार कब अपनी कुल्हाड़ी को तेज़ (धार देना) किया था?”
लकडहारे ने कहा की, “तेज़? मुझे कुल्हाड़ी तेज़ करने का समय ही नहीं मिलता. मै पेड़ो को काटने में ही व्यस्त रहता हु….”
तब मालिक ने कहा की “बराबर हैं जब तुम्हें पहली बार कुल्हाड़ी दी थी तब वो बहुत तेज थी लेकिन जैसे जैसे उस कुल्हाड़ी से तुम पेड़ काट रहें हो तो उसकी तेज दिनबदिन कम हो रही हैं. और इसलिए तुम पहले जितनी ही मेहनत करके कम पेड़ काट पा रहें हो.
सिख –
हमारा जीवन भी इसी तरह का है. हम जीवन में इस कदर व्यस्त हो जाते है की हमारे पास कुल्हाड़ी तेज़ करने का समय ही नहीं होता है. आज की दुनिया में, हर कोई अपने-अपने कामो में पहले की तुलना में ज्यादा व्यस्त है, लेकिन फिर भी कम खुश है.
ये सब क्यों? क्या ये सब इस वजह है की हम कैसे रहना ये भूल गये है? निच्छित ही हमारे जीवन में बहोत से काम हमें करने होते है. लेकिन इन सब कामो में व्यस्त होते हुए हम हमारे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण कामो जैसे अपना व्ययक्तिक जीवन,अपने सह-मित्रो को समय देना, अपने परिवार को समय देना, खुद को समय देना इन सभी को भूल जाते है.
हम सभी को एक लम्बे आराम की जरुरत है ताकि हम खुद के जीवन के बारे में सोच सके, और आगे बढ़ने के बारे में सोच सके.
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