ईशगिरीश नरेश परेश महेश बिलेशय भूषण भो। साम्ब सदाशिव शम्भो शङ्कर शरणं मे तव चरणयुगम्॥ उमया दिव्य सुमङ्गल विग्रह यालिङ्गित वामाङ्गविभो। साम्ब सदाशिव शम्भो शङ्कर शरणं मे तव चरणयुगम्॥ ऊरी कुरु मामज्ञमनाथं दूरी कुरु मे दुरितं भो। साम्ब सदाशिव शम्भो शङ्कर शरणं मे तव चरणयुगम्॥ ॠषिवर मानस हंस चराचर जनन स्थिति लय कारण भो। साम्ब...
Related Articles
The post Swarnamala Stuti, Shiva Suvarnamala Stuti Lyrics appeared first on Mission Kuldevi - Indian Castes and their Gods.