Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

RSS-BJP: संघ का संविधान-सिर्फ हिंदू युवा ही होंगे स्वयंसेवक; अब तक बने 6 RSS प्रमुख

RSS-BJP: 20 जून 1940 को आरएसएस प्रमुख केशव बलिराम हेडगेवार ने माधव सदाशिव गोलवलकर यानी गुरुजी को एक चिट सौंपी. इस चिट पर लिखा था- ‘इससे पहले कि आप मेरा शरीर डॉक्टरों को सौंपें, मैं आपको बताना चाहता हूं कि अब से संगठन को चलाने की पूरी जिम्मेदारी आपकी होगी।’ 3 जुलाई 1940 को संघ के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में जब हेडगेवार का चिट पढ़ा गया तो लोग आश्चर्यचकित रह गये। ज्यादातर लोगों को उम्मीद थी कि हेडगेवार संघ की कमान अप्पाजी जोशी को सौंप देंगे.

उस समय अप्पाजी को संगठन में हेडगेवार का दाहिना हाथ माना जाता था, लेकिन हेडगेवार ने 34 वर्षीय प्रोफेसर को संगठन का प्रमुख बनाकर सभी को चौंका दिया। करीब 23 साल बाद 5 जून 1973 को गुरु गोलवलकर की मृत्यु के बाद कार्यकर्ताओं की बैठक में एक सीलबंद लिफाफा खोला गया. लिफाफे में लिखा था- ‘मेरे बाद बाला साहेब देवरस को सरसंघचालक बनाया जाए.’ इस तरह आरएसएस में एक परंपरा बन गई कि अगले संघ प्रमुख का नाम संघ प्रमुख तय करेंगे. 2018 में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था- ‘मेरे बाद सरसंघचालक कौन होगा, यह मेरी पसंद पर है और मैं कितने समय तक सरसंघचालक रहूंगा यह भी मेरी पसंद पर है.’

RSS-BJP: बौद्धिक और योग पर अधिक जोर

वर्ग में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन व्याख्यान दिये जाते हैं। आरएसएस ने इस साल से अपनी आंतरिक प्रशिक्षण प्रणाली में बदलाव किया है. प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ आरएसएस अपने स्वयंसेवकों को फील्ड ट्रेनिंग भी देगा. प्रशिक्षण में बौद्धिक, योग पर अधिक जोर दिया जा रहा है. स्वयंसेवकों को समर्थ समाज निर्माण का पाठ पढ़ाया जाता है। आरएसएस तीन मूल मंत्रों पर काम करता है- देशभक्ति, सामाजिक संगठन, समर्पण, ये संघ के मूल मंत्र हैं।

तृतीय शिक्षा वर्ग नागपुर में होता है

प्राथमिक शिक्षा वर्ग विभिन्न प्रांतों में आयोजित किया जाता है, लेकिन तृतीयक शिक्षा वर्ग केवल नागपुर में आयोजित किया जाता है। देशभर से जिला स्तर पर चयनित कार्यकर्ता प्रशिक्षण के लिए आते हैं। प्रशिक्षण के बाद स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता के रूप में तैयार होते हैं. बाद में उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में काम करने की जिम्मेदारी दी जाती है। प्रशिक्षण वर्ग में स्वयंसेवकों को सभी प्रकार का मानसिक एवं बौद्धिक प्रशिक्षण दिया जाता है।

नये पाठ्यक्रम तैयार किये गये हैं

संघ अपने संगठन और कार्यों में कई तरह के बदलाव कर रहा है.

संघ ने शिक्षण कार्य में काफी बदलाव किये हैं. नये पाठ्यक्रम तैयार किये गये हैं.

स्वयंसेवकों को सामान्य शिक्षा के साथ-साथ उस क्षेत्र का विशेष प्रशिक्षण भी

दिया जाएगा, जिसमें वे काम करने में रुचि रखते हैं। संघ शिक्षा वर्ग की

अवधि भी कम कर दी गई है. पहले संघ की पहली कक्षा 20 दिन की

होती थी, अब 15 दिन की हो गयी है. तीसरा वर्ष 25 दिन का होगा। तृतीय

वर्ष के प्रशिक्षण वर्ग से पहले प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय कक्षाएं चलती हैं।

पहली श्रेणी प्रांतीय स्तर की, दूसरी क्षेत्रीय स्तर की और तीसरी श्रेणी राष्ट्रीय स्तर की है.

The post RSS-BJP: संघ का संविधान-सिर्फ हिंदू युवा ही होंगे स्वयंसेवक; अब तक बने 6 RSS प्रमुख appeared first on TV Sandesh Bharat.

Share the post

RSS-BJP: संघ का संविधान-सिर्फ हिंदू युवा ही होंगे स्वयंसेवक; अब तक बने 6 RSS प्रमुख

×

Subscribe to Shg के खरीदें उत्पाद महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर- हरविंद्र कल्याण

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×