रामकुमार भारद्वाज/ कोण्डागांव :– जिला प्रशासन, यूनिसेफ और एग्रिकॉन्स फाउंडेशन के सहयोग से ‘स्वयंसेवा से स्वयंसिद्ध‘ कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को जिला कार्यालय सभा कक्ष में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य स्वयंसेवकों को सशक्त करते हुए उन्हें समाजोन्मुख दृष्टिकोण प्रदान करना था। इस एक दिवसीय कार्यशाला में स्वयंसेवा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्वयंसेवा के पीछे छिपे अर्थ और महत्व को बढ़ावा दिया गया।
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इस अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत द्वारा स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करते हुए हर ग्राम पंचायत में जन जागरूकता अभियान चलाते हुए पंचायतों को शिक्षा, स्वच्छता, बाल सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य एवं सुपोषण के प्रति जागरूक करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने शाला त्यागी बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ने तथा बाल सुरक्षा एवं सुपोषण हेतु गांव गांव में मिशन मोड में कार्य करने तथा मानसिक स्वास्थ्य के कारण परेशानियों से जुझ रहे परिवारों की सहायता करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होेंने पंचायतों को टीबी, एनीमिया, कुपोषण एवं मलेरिया से मुक्त बनाने हेतु गांव गांव में अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने के साथ इनके उन्मूलन हेतु कार्य करने को कहा।
कार्यक्रम में प्रोफेसर दीपक तेरैया ने युवोदय कोंडानार चैम्प्स स्वयंसेवकों को ‘सीखें, जीये और नेतृत्व‘ के सिद्धांतों के माध्यम से एक उत्साही और प्रेरित स्वयंसेवक बनने की राह दिखाई। कार्यशाला ने उन्हें उनके समुदायों में विभिन्न सामाजिक मुद्दों को उठाने और सुलझाने के लिए सिखने का अवसर प्रदान किया। इस कार्यक्रम में जिले के युवोदय कोंडानार चैम्प्स के 110 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।
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