नई दिल्ली/माले। India Maldives Tension: राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बड़बोले से मालदीव मुश्किल में पड़ गया है। मालदीव के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने स्वीकारा है कि भारतीय सैनिकों की वापसी से मालदीव को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
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India Maldives Tension: रक्षा मंत्री घासन मौमून ने स्वीकार किया है कि उनकी सेना के पास भारत द्वारा दान में दिए गए तीन विमानों को उड़ाने के लिए सक्षम पायलट नहीं हैं। अब मालदीव की दयनीय स्थिति को देख भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर उड़ाने के लिए मालदीव के पायलटों को ट्रेनिंग देने के लिए तैयार है।
India Maldives Tension: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत द्वारा भारतीय सेना को दान किए गए हेलीकॉप्टरों और डोर्नियर विमानों के भविष्य पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए जयसवाल ने कहा कि श्रीलंका और भारत के बीच रक्षा समझौतों के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में मलादीव की सेना की क्षमताओं को बढ़ाना शामिल है। उन्होंने कहा कि यदि अनुरोध किया गया तो भारत सरकार पायलटों को प्रशिक्षित करेगी।
India Maldives Tension: मालदीव के पायलटों के ट्रेनिंग देने के लिए भारत तैयार
India Maldives Tension: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, भारत पहले ही मलदीव की सेना में प्रशिक्षित कर चुका है और अगर वे हमसे भविष्य में पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए कहते हैं, तो हमें ऐसा करने में खुशी होगी। भारत सरकार ने कहा कि दोनों सरकारों के बीच हस्ताक्षरित समझौते के तहत विमान इस महीने की 10 तारीख से पहले श्रीलंका लौट आया था। तीन बैचों में तैनात किए गए सैनिकों की जगह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के पायलटों और तकनीकी कर्मचारियों ने ले ली है। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार के दौरान भी भारत ने पायलटों को डोर्नियर उड़ाने की ट्रेनिंग देता रहा है।
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