नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर इन दिनों सियासी टीका टिप्पणी शुरू हो चुकी है. कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है तो वहीं विपक्षी दलों द्वारा सामूहिक बहिष्कार के ऐलान के बाद बीजेपी पार्टी इस पर आक्रमक हो गई है. ये पूरी जंग ट्विटर वार में बदल गई है.
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ट्वीट से शुरू हुई जंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पूरे विवाद की शुरुआत कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक ट्वीट से हुई. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने पर आपत्ति जताते हुए एक ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, ‘राष्ट्रपति को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए ना कि प्रधानमंत्री को.’ बस फिर क्या धीरे-धीरे सारे विपक्षी दल एकजुट हो गए और टीका टिप्पणी कर ट्वीट बार शुरू हो गया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट पर असम के मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पिछले 9 सालों में 5 गैर बीजेपी/विपक्षी राज्य सरकारों ने किया. तूने विधानसभा भवन का शिलान्यास व उद्घाटन किया यह सब या तो मुख्यमंत्री ने या फिर पार्टी अध्यक्ष द्वारा किया गया एक भी मौके पर राज्यपाल या राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया था इतना ही नहीं उन्होंने अपने पेट में और भी कई बातें को लिखा है उन्होंने अपने उन्होंने कहा कि साल 2014 में झारखंड और असम के नए विधानसभा भवन का शिलान्यास के मुख्यमंत्रियों ने किया राज्यपाल को न्योता नहीं 2018 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने विधानसभा भवन का शिलान्यास किया राज्यपाल को न्योता नहीं इतना ही नहीं मुख्यमंत्री हेमंत विश्वास शर्मा अपने ट्वीट में और भी कई सालों को गिनाया और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया.
कांग्रेस पर हमलावर बीजेपी
आपको बता दें कि बीजेपी नेताओं ने कई मौके गिनाएं. दरअसल, ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को नहीं बुलाने पर सवाल उठ रहे हैं नेताओं का कहना है कि भवन का उद्घाटन द्रौपदी मुर्मू के हाथों ना कराकर पीएम मोदी से कराना राष्ट्रपति का अपमान है इसलिए ही एक के बाद एक राजनीतिक दल समारोह का बहिष्कार करते जा रहे लेकिन कुछ राजनीतिक दल इस बड़े पल का हिस्सा बनेंगे. बताते चलें कि 28 मई को दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी के उद्घाटन करने को लेकर सियासी टिका-टिप्पणी होने लगी हैं. हालांकि, जहां कुछ पार्टियां पीएम मोदी के उद्घाटन करने को लेकर विरोध कर रही हैं तो वहीं कुछ राजनीतिक पार्टियों को इससे कोई ऐतराज नहीं है.