अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. शालीन ने लघु सचिवालय के सभागार में सावन कावड़ यात्रा को लेकर सिविल अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और उन्हे समय रहते सभी प्रकार के प्रबंधो को पूर्ण करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि कावड़ यात्रा शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सके।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. शालीन ने कहा कि सावन के महीने में कावड़ यात्रा के दौरान काफी संख्या में लोग हरिद्वार व नीलकंठ से पवित्र गंगा जल लेने जाते हैं। यह कावड़ यात्रा शुरू हो गई है और प्रथम अगस्त को सम्पन्न होगी। इस कावड़ यात्रा के दौरान प्रशासन का पूरा प्रयास रहेगा कि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और इसके लिए प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबन्ध किए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के सफल संचालन के लिए उन्हें जो डयूटियां सौंपी गई हैं वे उसे पूरी ईमानदारी व निष्ठा से करें। उन्होंने सभी सबंधित अधिकारियों को कहा कि कावड़ के अन्तिम दिनों में कावड़ यात्रियों के जाने का कार्य अधिक रहता है और इन दिनों में अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कावड़ यात्रा के दौरान भारतीय दण्ड प्रक्रिया सङ्क्षहता की धारा 144 के आदेश लागू कर दिए गए है और कोई भी दुकानदार कावडिय़ों को डी.जे./लाऊड स्पीकर किराए पर न दे। वाहनों पर डी.जे. लगाकर चलने के लिए कावङ्क्षडय़ों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ-साथ कावडि़ए कावड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र, हाकी, लाठी, डंडे, बेस बाल बैट आदि लेकर नही चलेगे। उन्होंने बताया कि शिविर सडक़ मार्ग से 100 फुट की दूरी पर होने चाहिए ताकि सडक़ मार्ग पर किसी प्रकार के जाम की स्थिति पैदा न हो तथा सडक़ पर वाहन इत्यादि खड़ा न होने दें ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके और यातायात भी बाधित न हो।
डॉ. शालीन ने कहा कि डाक कावड़ की ऊचांई 8 फीट से अधिक न हो और कावड़ यात्री कावड़ यात्रा के दौरान 6 इंच से बड़ी त्रिशूल नहीं ला सकते। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे कावड़ यात्रा के दौरान नहर में नहीं नहाने एवं पानी अधिक गहरा होने के चेतावनी साईन बोर्ड अवश्य लगवाए। उन्होंने चिक्तिसा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में कावडिय़ों के लिए लगने वाले शिविरों में यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए आवश्यक कदम उठाएं तथा शिविरों में खाने-पीने के सामान की गुणवत्ता की भी जांच करें और एम्बुलैंस का भी प्रबंध रखें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी आपस में तालमेल बनाकर कार्य करें ताकि कावड़ यात्रा को शान्तिपूर्वक सम्पन्न करवाया जा सके।
इसके उपरांत अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला ग्रामीण विकास एजैंसी की बैठक में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण, मनरेगा, कचरा प्रबंधन व अन्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि 31 अगस्त तक हर हालत में जिला को खुले में शौच मुक्त करने के लिए हर प्रकार से ठोस कदम उठाए जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मनरेगा योजना के तहत सभी मजदूरों के बैंक खातों को आधार कार्ड से शीघ्र जोड़ा जाए।
इस मौके पर जगाधरी के एसडीएम प्रेम चन्द, डी.आई.ओ. रमेश गुप्ता, सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, पुलिस अधिकारी, सुशासन सहयोगी जश्न जीत सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी व स्वच्छ भारत मिशन के स्वयं सेवक भी उपस्थित थे।
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