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मोबाइल फोन पर निबंध हिंदी में – वरदान या अभिशाप

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मोबाइल फोन के महत्व पर निबंध –

Essay on Mobile Phone in Hindi आज हमने मोबाइल फोन पर निबंध लिखा है. जिसमे आप जानेगे advantages & disadvantages of Mobile in hindi.

इंसान के जीने की दो ही जरुरत है पहला है खाना और दूसरा है पानी | लेकिन अब यह कहावत झूठी होती जा रही है क्युकी अब इंसान को एक समय खाना न मिले लेकिन वह Mobile Phone के बिना एक घंटे भी नहीं रह सकता है शरीर का अंग बन चूका है मोबाइल के बिना जीवन अब अधुरा सा माना जाता है मोबाइल एक व्यक्ति को दुसरे से जोड़ने का साधन है लेकिन जब से इन्टरनेट आ गया तब से वह पूरी दुनिया बन चूका है पहले वह बातचीत का साधन था लेकिन अब उससे कई जरुरी कम भी होने लगे अब बिजनेस के लिए कही भटकना नहीं पड़ता है एक मोबाइल से सारी बिजनेस डील हो जाती है अब लोगो को office के चक्कर नहीं लगाने पड़ते है मोबाइल के माध्यम से सारा डाटा office तक पहुच जाता है मोबाइल की बढती माँग ने कई नई कम्पनियों को मार्केट में जगह दिलाई है ओप्पो, विवो जैसी कम्पनिया अपने देश के साथ साथ विश्व तक अपने मोबाइल के ब्रांड पंहुचा रही है

सबसे पहले टेलीफ़ोन सेवा सुचारू रूप से चलती थी फिर उसके बाद std बूथ लगने लगे और जरुरत को पूरा करने के लिए कई खोज होती रही और फिर Mobile Phone ने दुनिया ही बदल दी अब मोबाइल का उपयोग बातचीत तक सिमित नहीं है अब मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन हो गया है अब हिसाब से लेकर महीनो तक का खर्च उसमे डाटा केरूप में स्टोर रहता है फोटो विडियो का इस्तेमाल हर मिनट होता रहता है सुबह आँखे खुलने से लेकर नींद आने तक की दुनिया मोबाइल बन चूका है

Mobile Phone कि खोज –

मोबाइल फोन की खोज 3 अप्रेल 1973 को मार्टिन कूपर ने की थी इसे motorola नामक कम्पनी ने बनाया था कम्पनी का कहना था की वो बेतार संचार का माध्यम खोज रही है और कम्पनी ने कई छोटे छोटे उपकरण को साथ लेकर wireles communication की खोज चालू कर दी और 1973 को यह पूर्ण रूप से सफल हुई और दुनिया का पहला मोबाइल फ़ोन बनाया गया (first mobile phone in world) इसका शुरुआत में वजन 2 kg था इसे एक बार चार्ज करने पर वह 35 -40 मिनट तक चलता था उस समय इसकी कीमत 2700 डालर थी जो आज के समय के हिसाब से 10000 डालर होती है 1983 में पहली बार व्यवसायिक रूप से इसे बाजार में उतारा गया उसका नाम DYNA TAC 800 ^MODEL था

मोबाइल फ़ोन की शुरुआत –

1973 को पहली बार खोजा गया मोबाइल लेकिन 1979 में पहला automated CELLULAR network जापान ने शुरु किया था जिसके माध्यम से कई लोगो ने पहली बार बात की थी पहला सिम 1991में बनाया गया जो FINNISH wireless network ऑपरेटर के लिए बनाया गया था इसे पहली पीड़ी का मोबाइल मान सकते है 1991में 2G टेक्नोलोजि की शुरुआत फ़िनलैंड में हुई 2001 में 3G की शुरुआत हुई जापान में पुरे 10 साल बाद और अब 4G चल रहा है

Mobile Phone का काम –

सेल फ़ोन – सबसे पहले सेल फ़ोन / Mobile Phone आया इसमें कम फीचर्स होते थे इसमें फ़ोन कर सकते थे और text मैसेज भेजने की सुविधा थी जिसके कारण इसकी कीमत कम होती थी और वजन में भी भारी होते है

फीचर फ़ोन – फीचर फ़ोन और सेल फ़ोन दिखने में एक समान दीखते थे लेकिन इसमें कुछ नए फीचर्स होते थे जो इसे सेल फ़ोन से बेहतर बनते थे इसमें फोटो खीचने की सुविधा गाने सुनने और आवाज रिकोर्ड की सुविधा थी इन्टरनेट और मल्टीमिडिया के फंक्शन भी थे जो इसे बेहतर कीमत उपलब्ध करते थे

स्मार्ट फ़ोन – यह फ़ोन एक प्रकार से पूर्ण कंप्यूटर ही माना जा सकता है इसमें एडवांस ऑपरेटिंग सिस्टम जो मुख्यतः चार प्रकार के है ब्लैक बेरी, विंडो, एप्पल IOS, एंड्राइड है टच स्क्रीन, 4G इन्टरनेट की सुविधा, Wifi, hd कैमरा, gps जैसे कई फीचर्स है

अन्य तथ्य –

  • सबसे पहले जो मोबाइल बेचा गया उसकी कीमत 2 लाख रुपये थी अभी के हिसाब से उसकी कीमत 10 लाख हो जाती
  • भारत में (first mobile phone in India ) पहला मोबाइल 31 जुलाई 1995 को आया था और इसका इसका इस्तेमाल भूपेंद्र कुमार ने की थी उन्ही की कम्पनी ने सेवा का लाभ लिया पहले .
  • SPICE MOBILE के नाम से जो कम्पनी बनी उसी पर पहली बार कोलकाता से दिल्ली तक नेट का इस्तेमाल किया गया जिसे मोबाइल नेट कहा जाता है
  • भारत में अब 1.5 करोड़ लोग मोबाइल का इस्तेमाल करते है 2018 के हिसाब से
  • भारत में स्मार्ट फ़ोन यूजर्स 40 करोड़ के आस पास हो सकते है 2018 में 38 करोड़ यूजर्स थे
  • मोबाइल फ़ोन के ज्यादा इस्तेमाल करने से उसके आदि ही जाते है और इस बीमारी को नोमोफोबिया कहते है इस बीमारी में इंसान को फ़ोन खोने का डर ,चार्जिंग ख़त्म होने का डर रहता है जिससे उसकी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है
  • शुरु में मोबाइल को चार्ज होने में 8 से 10 घंटे लगते थे और अब कुछ मिनट | शुरू में मोबाइल फूल चार्ज होने पर 30 मिनट तक चलता था
  • पहले मोबाइल का वजन 2 KG था और अब 140 ग्राम या उसके आसपास है
  • भारत में 121 करोड़ यूजर्स मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते है
  • शुरु में सेल फ़ोन का इस्तेमाल होता था और अब भी कुछ लोग करते है उसके बाद फीचर्स फ़ोन आते है और अब नई तकनीक जिसे स्मार्ट फ़ोन कहते है उसका इस्तेमाल हो रहा है
  • दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला मोबाइल फ़ोन नोकिया 1100 था
  • मलेशिया देश में मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट मैसेज पर तलाक देना क़ानूनी है
  • मोबाइल फ़ोन के ज्यादा इस्तेमाल से नींद ना आने की बीमारी, सिरदर्द की समस्या हो सकती है
  • एक इंसान अपने मोबाइल फ़ोन को दिन में करीब 110 बार अनलॉक करता है
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