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साँस हो जाती है मयस्सर एक तेरे ज़िक्र के बाद love quotes in hindi,

साँस हो जाती है मयस्सर एक तेरे ज़िक्र के बाद love quotes in hindi,

साँस हो जाती है मयस्सर एक तेरे ज़िक्र के बाद ,

जहां भर की फ़िज़ाओं में तेरा नाम घुला हो जैसे ।

दिल की मिल्कियत ख़ुद की ज़ागीर सही ,

गोया ग़ैर मौजूदगी में भी दिल की धड़कनो पर तेरा ही बेजा कब्ज़ा है ।

जुस्तजू थी की तन्हाइयों में लिखेंगे ग़ज़ल कोई ,

हाल ए दिल यूँ सर ए आम बिखर जायेगे इल्म न था ।

दिल की तन्हाइयों का अपना किस्सा है ,

सब समझते हैं हम बस यूँ ही मुस्कुराते हैं ।

darawana bhoot , 

मिजाज़ ए मुफ्लिशी से बेज़ार हुए हैं ,

गोया इक ज़माने में हुश्न ओ इश्क़ के बाज़ार में हमारा चर्चा था ।

जिस जवानी पर सबको ग़रूर होता है ,

कभी पुछा है उससे उसकी उम्र है कितनी ।

अभी खोये हैं शहर भर की जश्न ए रानाई में ,

बाद इसके हम हमारे बाब ए सुख़न में खुद का वज़ूद ढूढेंगे ।

तकाज़ा ए उम्र सब कुछ सिखा देता है मगर ,

जिस घर में दिये न जले हों बहुत मुमकिन है दिल भी न जले हो ।

ये मोहब्बत भी अरमानों का आखरी सफ़र है प्यारे ,

बाद क़यामत ए इश्क़ के इस रात की शहर हो न हो ।

न इश्क़ हुआ होता न हम शायर हुए होते ,

कैसे भरते दर्द ए दिल के लम्हों को जब ज़ख्म नासूर हुआ करते ।

अपने अपने ख़र्चे की है ज़िन्दगी सबकी ,

फिर वो निकल गया अपने रस्ते उसकी मर्ज़ी ।

उनके नज़रों की गुफ़्तगू ए ग़ज़ल जितनी समझ में आयी मुझे हिंदी सी लगी ,

बस इससे आगे बोल दिया उर्दू फ़ारसी मत झाड़िये ।

लम्हों लम्हों में बरस बीत ते गए ,

बीते बरसों में चंद लम्हात गुज़र पाते नहीं ।

देश को आज़ाद हुए ज़माने गुज़र गए ,

आज भी फटेहाल है अवाम क्यों कोई देखता नहीं ।

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इक मुख़्तसर सी तारीफ़ की मोहताज़ नहीं ,

ये दिल को छूती पंक्तियाँ बस शब्दों की क्या कलाकारी है ।

pix taken by google

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