Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

क्या दिल्ली में लोकसभा चुनाव की हो चुकी है तैयारी पूरी?

यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या दिल्ली में लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरी हो चुकी है या नहीं! 25 मई को दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली निर्वाचन आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.कृष्णमूर्ति के अनुसार 2019 लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार वोटरों की संख्या में करीब 8.85 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। साल 2019 के चुनाव में वोटरों की संख्या 1,43,16,453 थी जो 2024 लोकसभा चुनाव में 1,52,01,936 हो गया है। सुरक्षा के लिहाज से चुनाव में पैरा-मिलिट्री फोर्स की 46 बटालियन तैनात किया जाएगा। 78 हजार दिल्ली पुलिस के जवान होंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार साल 2019 के चुनाव की तुलना में इस साल लोकसभा चुनाव में वोटरों की संख्या में 8,85,483 की बढ़ोतरी हुई है। फर्स्ट टाइम वोटरों की संख्या में पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कमी आई है। पिछले लोकसभा चुनाव में ऐसे वोटरों की संख्या 2,54,723 थी जो अब 2,52,038 है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी वोटर्स) वोटरों की संख्या में 36,948 की बढ़ोतरी हुई है। सर्विस वोटरों की संख्या पिछले चुनाव की तुलना में 1697 बढ़ी है। ओवरसीज वोटरों की संख्या में 281 की बढ़ोतरी हुई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार पहले एक पोलिंग बूथ पर वोटरों की संख्या 1500 थी लेकिन इस बार वोटरों की संख्या 1800 कर दी गई है। जिस पोलिंग स्टेशन पर 1800 से अधिक वोटर हैं, वहां ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन आसपास बनाए जाएंगे। इस तरह से चार ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 1-1 ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन नई दिल्ली और नॉर्थ-वेस्ट में और दो साउथ दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में बनाए जाएंगे।

विशेष सुरक्षा व्यवस्था के लिए इस बार 25 मई को मतदान के दिन दिल्ली में CRPF की 46 बटालियन तैनात किया जाएगा। एक बटालियन में करीब 1300 जवान होते हैं। इस तरह CRPF के कुल 59,800 जवान होंगे। इसके अलावा होमगार्ड के 19,000, दिल्ली पुलिस के 78,000 जवान होंगे। नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 1488 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 13,637 पोलिंग स्टेशनों में से 2800 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील बताए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति के अनुसार जितने भी संवेदनशील पोलिंग स्टेशन हैं वहां मतदान प्रक्रिया का लाइव वेबकास्ट किया जाएगा।दिल्ली में 78 हजार जवानों में से 33,000 को पोलिंग स्टेशनों और उसके आसपास तैनात किया जाएगा। मतदान संपन्न कराने के लिए करीब एक लाख पोलिंग पार्टी को इस बार नियुक्त किया गया है जिसमें सेक्टर अफसर, माइक्रो-ऑब्जर्वर, स्टैटिक सर्वेयर और बाकी चुनावकर्मी होंगे। मतदाताओं की मदद के लिए 180 साइन लैंग्वेज ट्रांसलेटर भी नियुक्त किए जाएंगे।

दिल्ली में मतदान के लिए कुल 13,637 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे जिसमें सबसे अधिक 2454 मतदान केंद्र नॉर्थ-वेस्ट लोकसभा क्षेत्र में बनाए जाएंगे। पोलिंग स्टेशन के मामले में दूसरा सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र वेस्ट दिल्ली है, जहां 2283 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 1488 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 13,637 पोलिंग स्टेशनों में से 2800 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील बताए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति के अनुसार जितने भी संवेदनशील पोलिंग स्टेशन हैं वहां मतदान प्रक्रिया का लाइव वेबकास्ट किया जाएगा। कुल पोलिंग स्टेशन के 50 प्रतिशत पोलिंग स्टेशन में मतदान प्रक्रिया का लाइव वेबकास्ट की प्लानिंग है।

दिल्ली के सात लोकसभा क्षेत्रों में 13,637 पोलिंग स्टेशन हैं, जिसमें से 20.5 प्रतिशत पोलिंग स्टेशनों की संवेदनशील के रूप में पहचान की गई है। यानी 2800 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील हैं। जिस पोलिंग स्टेशन पर 1800 से अधिक वोटर हैं, वहां ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन आसपास बनाए जाएंगे। इस तरह से चार ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 1-1 ऑग्जिलियरी पोलिंग स्टेशन नई दिल्ली और नॉर्थ-वेस्ट में और दो साउथ दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में बनाए जाएंगे।ये पोलिंग स्टेशन जिन क्षेत्रों में हैं, उनमें पिछले कुछ महीनों में आपराधिक गतिविधियां बढ़ी हैं या फिर अपराधियों का प्रभाव अधिक है। इसमें कुछ ऐसे भी पोलिंग स्टेशन हैं, जहां जातीय हिंसा या सांप्रदायिक तनाव की स्थिति की आशंका पुलिस को है। 78 हजार दिल्ली पुलिस के जवान होंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार साल 2019 के चुनाव की तुलना में इस साल लोकसभा चुनाव में वोटरों की संख्या में 8,85,483 की बढ़ोतरी हुई है। फर्स्ट टाइम वोटरों की संख्या में पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कमी आई है। पिछले लोकसभा चुनाव में ऐसे वोटरों की संख्या 2,54,723 थी जो अब 2,52,038 है।अगर किसी पोलिंग स्टेशन पर पहले किसी चुनाव के दौरान ऐसी परिस्थितियां पैदा हुई कि वहां री-पोलिंग कराने की नौबत आ गई, तो उसे भी इस कैटिगरी में शामिल किया जाता है। किसी एक प्रत्याशी को अगर किसी पोलिंग स्टेशन पर 75 प्रतिशत से अधिक वोट मिला होता है, तो वह भी पोलिंग स्टेशन संवेदनशील की कैटिगरी में शामिल कर लिया जाता है।

The post क्या दिल्ली में लोकसभा चुनाव की हो चुकी है तैयारी पूरी? appeared first on MojoPatrakar.

Share the post

क्या दिल्ली में लोकसभा चुनाव की हो चुकी है तैयारी पूरी?

×

Subscribe to नोटों पर तस्वीर के मामले में क्या होगा फैसला?

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×