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Kumar Vishwas Best Shayari – तेरी बेरुख़ी की आदत कब टूटेगी

Dr Kumar Vishwas Ki Shayari – स्वागत है आपका AniCow.com पर| भारत के प्रमुख लोकप्रिय कवियों में कुमार विश्वास का नाम टॉप 10 में आता है| सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कुमार विश्वास विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है| कवी होने के साथ साथ कुमार कुछ समय तक राजनीति के साथ भी जुड़े थे|

कुमार विश्वास की शायरी में प्रेम प्रसंग भी है और जुदाई का दर्द भी है| आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही Kumar Vishwas ki shayari लेकर आए है जो हर तरह के एहसास को दर्शाता है|

# दीप ऐसे बुझे फिर जले ही नहीं, ज़ख्म इतने मिले फिर सिले ही नहीं, व्यर्थ किस्मत पे रोने से क्या फायदा, सोच लेना कि हम तुम मिले ही नहीं…! # हमारे जख्म-ए-तमन्ना पुराने हो गए हैं, कि उस गली में गए अब ज़माने हो गए हैं…!! # तुझ को गुरुर ए हुस्न है मुझ को सुरूर ए फ़न, दोनों को खुद पसंदगी की लत बुरी भी है, तुझ में छुपा के खुद को मैं रख दूँ मग़र, मुझे कुछ रख के भूल जाने की आदत बुरी भी है..!!

इस तरह की और भी Kumar Vishwas best shayari पढ़ने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े|

Kumar Vishwas Shayari in Hindi

# पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार क्या करना,
जो दिल हारा हुआ हो उस पे फिर अधिकार क्या करना,
मुहब्बत का मजा तो डूबने की कशमकश में है,
हो अगर मालूम गहराई तो फिर दरिया पार क्या करना…!!

# मेरा जो भी तर्जुबा है तुम्हे बतला रहा हूँ मैं,
कोई लब छु गया था तब की अब तक गा रहा हूँ मैं,
बिछड़ के तुम से अब कैसे जिया जाए,
बिना तड़पे जो मैं खुद ही नहीं समझा,
वही समझा रहा हूँ मैं..!!

# कहीं पर जग लिए तुम बिन,
कहीं पर सो लिए तुम बिन,
भरी महफिल में भी अक्सर अकेले हो लिए तुम बिन,
ये पिछले चंद वर्षों की कमाई साथ है अपने,
कभी तो हँस लिए तुम बिन,
कभी तो रो लिए तुम बिन..!!

# सदा तो धूप के हाथों में ही परचम नहीं होता,
खुशी के घर में भी बोलों कभी क्या गम नहीं होता,
फ़क़त एक आदमी के वास्तें जग छोड़ने वालो,
फ़क़त उस आदमी से ये ज़माना कम नहीं होता..!!

# मांग की सिंदूर रेखा तुमसे ये पूछेगी कल,
यूं मुझे सर पर सजाने का तुम्हें अधिकार क्या है,
तुम कहोगी वो समर्पण बचपना था,
तो वो कहेगी ग़र वो सब कुछ बचपना था तो,
कहो फिर प्यार क्या है..!!

Kumar Vishwas Shayari

# हर विवश आंख के आंसू को यूं ही हंस-हंस के पीना होगा,
मैं कवि हूं जब तक पीड़ा है मुझको जीना होगा…!!

# स्वंय से दूर हो तुम भी स्वंय से दूर है हम भी,
बहुत मशहूर हो तुम भी बहुत मशहूर है हम भी,
बड़े मगरूर हो तुम भी बड़े मगरूर है हम भी,
अतः मजबूर हो तुम भी मजबूर है हम भी..!!

# नज़र में शोखिया लब पर मुहब्बत का तराना है,
मेरी उम्मीद की जद़ में अभी सारा जमाना है,
कई जीते है दिल के देश पर मालूम है मुझकों,
सिकन्दर हूं मुझे तो एक रोज खाली हाथ जाना है..!!

# लहर का ख़म निकाला जा रहा है,
नदी पर बाँध डाला जा रहा है,
कहाँ नींदें मेरी पलकों पे ठहरें,
किसी का ख़्वाब पाला जा रहा है..!!

# तुझ को गुरुर ए हुस्न है मुझ को सुरूर ए फ़न,
दोनों को खुद पसंदगी की लत बुरी भी है,
तुझ में छुपा के खुद को मैं रख दूँ मग़र,
मुझे कुछ रख के भूल जाने की आदत बुरी भी है..!!

# दीप ऐसे बुझे फिर जले ही नहीं,
ज़ख्म इतने मिले फिर सिले ही नहीं,
व्यर्थ किस्मत पे रोने से क्या फायदा,
सोच लेना कि हम तुम मिले ही नहीं…!

Dr Kumar Vishwas Shayari in Hindi

# दिल के तमाम ज़ख़्म तेरी हाँ से भर गए,
जितने कठिन थे रास्ते वो सब गुज़र गए…!!

# मैं ज़माने की ठोकर ही खाता रहूँ,
तुम ज़माने को ठोकर लगाती रहो,
जि़ंदगी के कमल पर गिरूँ ओस-सा,
धूप बन तुम सुखाती रहो..!!

# मैं अपने गीत-ग़ज़लों से उसे पैग़ाम करता हूँ,
उसी की दी हुई दौलत उसी के नाम करता हूँ,
हवा का काम है चलना दिये का काम है जलना,
वो अपना काम करती है मैं अपना काम करता हूँ..!!

# हमारे जख्म-ए-तमन्ना पुराने हो गए हैं,
कि उस गली में गए अब ज़माने हो गए हैं…!!

# हर एक कपड़े का टुकड़ा माँ का आंचल हो नहीं सकता,
जिसे दुनिया को पाना है वो पागल हो नहीं सकता,
वफाओं की कहानी जब तलक इसमें न शामिल हो,
मुहब्बत का कोई किस्सा मुकम्मल हो नहीं सकता..!!

# नज़र अक्सर शिकायत आजकल करती है दर्पण से,
थकान भी चुटकियाँ लेने लगी है तन से और मन से,
कहाँ तक हम संभाले उम्र का हर रोज़ गिरता ये घर,
तुम अपनी याद का मलबा हटाओ अब मेरे दिल के आँगन से..!!

Dr Kumar Vishwas Shayari

# एक अधूरी जवानी का क्या फ़ायदा?
बिन कथा कहानी का क्या फ़ायदा?
जिसमें धुलकर नज़र भी न पावन बनें,
आँख में ऐसे पानी का क्या फ़ायदा…!!

# आप की दुनिया के बेरंग अँधेरों के लिए,
रात भर जाग कर एक चॉंद चुराया मैंने,
रंग धुँधले हैं तो इनका भी सबब मैं ही हूँ,
एक तस्वीर को क्यूँ इतना सजाया मैंने..!!

# महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है,
ख़ुद ही ख़ुद को समझाना तो पड़ता है,
उसकी आँखों से हो कर दिल तक जाना,
रस्ते में ये मयख़ाना भी पड़ता है..!!

# तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हें मैं भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नहीं लेकिन,
तुम्हीं को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ..!!

Kumar Vishwas Love Shayari

# कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है,
मगर धरती की बैचेनी को बस बादल समझता है,
मै तुझसे दूर कैसा हुँ तू मुझसे दूर कैसी है,
यह तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है..!!

# कंटकों (कांटो) की सजाती रहो राह तुम,
मैं उसी राह पर रोज़ जाता रहूँ,
तुम स्वयं को सजाती रहो रात-दिन,
और रात-दिन मैं स्वयं को जलाता रहूँ..!!

# ज़ख्म भर जाएंगे तुम मिलो तो सही,
दिन सँवर जाएंगे तुम मिलो तो सही,
रास्ते में खड़े दो अधूरे सपनें एक ही घर जाएंगे,
तुम मिलो तो सही..!!

Kumar Vishwas Ki Shayari

# उसी की तरह मुझे सारा ज़माना चाहे,
वो मिरा होने से ज़्यादा मुझे पाना चाहे..!!

# मेरा ख़याल तेरी चुप्पियों को आता है,
तेरा ख़याल मेरी हिचकियों को आता है..!!

# अब कोई और न धोखा देगा,
इतनी उम्मीद तो वापस कर दे,
हम से हर ख़्वाब छीनने वाले,
हमारी नींद तो वापस कर दे..!!

# ख़ुद को आसान कर रही हो ना,
हम पे एहसान कर रही हो ना,
ज़िंदगी हसरतों की मय्यत है,
फिर भी अरमान कर रही हो ना,
नींद सपने सुकून उम्मीदें,
कितना नुक़सान कर रही हो ना,
हम ने समझा है प्यार पर तुम तो,
जान पहचान कर रही हो ना..!!

Kumar Vishwas Best Shayari

# नहीं कहा जो कभी ख़ामख़ा समझती है,
जो चाहता हूँ मैं कहना कहाँ समझती है?
सब तो कहते थे इश्क़ में अक्सर,
आँख को आँख और जुबां को जुबां समझती है..!!

# हमें क्या ग़म है ये ग़म को पता न चला,
किसी को हमारे रोने की ख़बर न हुई,
और किसी को हमारे जाने का पता न चला..!!

# ये तेरी बेरुख़ी की आदत कब टूटेगी,
कोई दरिया न ये समझे कि मेरी प्यास कब टूटेगी,
तेरे वादे का तू जाने मेरा वो ही इरादा है,
कि जिस दिन साँस टूटेगी उसी दिन तुझसे मोहब्बत की आस टूटेगी…!!

कुमार विश्वास मोटिवेशनल शायरी

# युद्ध में गुणगान उसका होता है जो स्वंय के दम पर युद्ध लड़ता है,
इसमें फर्क नहीं पड़ता की वह हारता है या जीतता है..!!

# अँधेरे से लड़ने का मन बना लिया जाए तो एक जुगनू ही काफी है..!!

Bharosa Shayari

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