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Mirza Ghalib Shayari – सादगी पर उस के मर जाने की हसरत है

Mirza Ghalib Shayari in Hindi – स्वागत है आपका Anicow.com पर| मिर्ज़ा ग़ालिब के शायरी काफी गहरे होते है जिन्हे समझना आम लोगो के बस की बात नहीं| उनकी शायरी में काफी गहरे शब्द छुपे हुए होते है जो एक अलग ही दुनिया में ले जाते है| मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी में आपको ज्यादा से ज्यादा उर्दू शब्द ही मिलेंगे|

उदहारण के लिए इस लाजवाब शायरी को पढ़िए-
# एजाज़ तेरे इश्क़ का ये नही तो और क्या है,
उड़ने का ख़्वाब देख लिया इक टूटे हुए पर से।

ठीक इसी तरह ग़ालिब के इस मोहब्बत की शायरी को पढ़िए-
# उस पे आती है मोहब्बत ऐसे,
झूठ पे जैसे यकीन आता है।

इस लेख में आप कुछ इसी तरह के गहरे और बेहतरीन Mirza Ghalib shayari पढ़ेंगे जिसमे इश्क़ भी है, खता भी है, दर्द भी है, तड़प भी है, और ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव भी है!

Mirza Ghalib Shayari in Hindi

# हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी की हर ख्वाहिश पर दम निकले,
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले..!!

# हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या हैं,
तुम्हीं कहो कि ये अन्दाज़-ए-गुफ्तुगू क्या है..!!

# तेरे हुस्न को पर्दे की ज़रुरत नहीं है ग़ालिब,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद।

# इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया,
वरना हम भी आदमी थे काम के।

# गुज़र रहा हूँ यहाँ से भी गुज़र जाउँगा,
मैं वक़्त हूँ कहीं ठहरा तो मर जाउँगा।

# उस पे आती है मोहब्बत ऐसे,
झूठ पे जैसे यकीन आता है।

# तू मिला है तो ये अहसास हुआ है मुझको,
ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिए थोड़ी है।

# ज़िन्दग़ी में तो सभी प्यार किया करते हैं,
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा।

# दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है,
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है…!!

# अक्सर आँखे उन्ही को पसंद करती है,
जिनका मिलना मुश्किल हो..!!

# कुछ चन्द सिक्को में बिकने लगे है ज़मीर,
कौन कहता है महंगाई बढ़ गयी है..!!

# आँखों को पढ़ना सिख ले ऐ आशिक़,
गए वो ज़माने जब मोहब्बत का इज़हार लबो से होता था..!!

Mirza Ghalib ki Shayari

# नसीब से बड़ी दुआ होती है,
क्योकि जब नसीब ठोकर मारती है तो दुआए काम आती है..!!

# हर चीज़ की कीमत मिलने के पहले तक रहती है,
और इंसान की कीमत खोने के बाद…!!

# किसी की क्या मजाल थी जो कि हमें खरीद सकता,
हम तो खुद ही बिक गये खरीददार देखकर।

# हैरान हूँ तुझे मस्ज़िद में देखकर ग़ालिब,
ऐसा क्या हुआ जो तुझे खुदा याद आ गया।

# तेरा हर रोता हुआ पल भी मुस्कुराएगा,
सब्र रख ऐ मेरे दोस्त तेरा भी वक़्त आएगा..!!

# बात जज्बात और एहसास की है,
वरना मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होता..!!

Ghalib Shayari on Life

# कुछ इस तरह से मैंने,
जिंदगी को आसां कर लिया ग़ालिब,
किसी से माफ़ी मांग ली,
तो किसी को माफ़ कर दिया।

# आता है कौन-कौन तेरे गम को बाँटने ग़ालिब,
तू अपनी मौत की अफवाह उड़ा के तो देख।

# रहने दे मुझे इस अँधेरे में ग़ालिब,
कम्बख्त रौशनी में अपनों के असली चेहरे नज़र आ जाते है।

# ना कर इतना गौरव अपने नशे पे शराब,
तुझसे भी ज्यादा नशा रखती है आँखें किसी की।

Ghalib ki Shayari in Hindi

# दिल की बातो को कभी मत ठुकराना,
क्योकि उम्मीदों से ही तो बनते है आशियाना…!!

# अपनी हथेली में लकीरों की तरह बसा लू तुमको,
अगर तुम मिल जाओ तो ख़जाने की तरह अपने पास छिपा लू तुमको…!!

# मुफ्त में सिर्फ माँ बाप का प्यार मिलता है,
इसके बाद दुनिया में हर चीज़ की कीमत लगती है..!!

# खूबियाँ तो इतनी नहीं हममे की तुम्हे कभी याद आएंगे,
लेकिन इतना तो भरोसा है खुद पर की आप हमे कभी भूल ना पाएंगे…!!

# बड़ी बेदर्द खामोशी से गुजरा हूँ मैं,
किसी को अपने दिल का हाल कहने की कोशिश में..!!

# वो आयेंगे नये वादे लेकर,
तुम पुरानी शर्तों पर ही कायम रहना।

# उम्र भर ग़ालिब यही ग़लती करते रहे,
धूल चेहरे पर थी हम आईना साफ करते रहे।

# वो उम्र भर कहते रहे तुम्हारे सीने में दिल नहीं,
दिल का दौरा क्या पड़ा ये दाग भी धुल गया।

# बे-वजह नहीं रोता इश्क में कोई ग़ालिब,
जिसे खुद से बढ़कर चाहो वो रुलाता ज़रूर है।

Mirza Ghalib ke Sher

# जिंदगी में हर मौके का फायदा उठाओ,
लेकिन किसी के भरोसे का नहीं..!!

# बर्बाद कर देता है मोहब्बत हर प्यार करने वाले को,
क्योकि इश्क़ हार नहीं मानता और दिल किसी की बात नहीं मानता..!!

# प्यार में झुकना जरुरी हो जाता है कभी कभी,
क्योकि थोड़ा सा झुकना,
किसी रिश्ते को हमेशा के लिए खो देने से तो ज्यादा बेहतर है..!

# चेहरे अजनबी हो जाये तो चलता है,
पर अगर जज्बात रूठने लगे तो तकलीफ देती है..!!

Mirza Ghalib Best Shayari in Hindi

# मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया,
दिल तोड़ दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया।

# बिखरा वजूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ,
कितने हसीन तोहफे दे जाती है ये मोहब्बत।

# सादगी पर उस के मर जाने की हसरत दिल में है,
बस नहीं चलता की फिर खंजर काफ-ऐ-क़ातिल में है।

# हाथों की लकीरों पर मत जा ए ग़ालिब,
नसीब उनके भी होते हैं जिनके हाथ नहीं होता..!!

# इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना,
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना।

# इस सादगी पे कौन न मर जाए खुदा,
लड़ते हैं और हाथ मे तलवार भी नहीं।

# हमने मोहोब्बत के नशे में आकर उसे खुदा बना डाला,
होश तो तब आया जब उसने कहा ‘खुदा किसी एक का नहीं होता’..।

Mirza Ghalib Shayari in English

# Naa kar itna gurur apne nashe pe ae sharab,
Tujhse bhi jyada nasha rakhti hai aankhe kisi ki..!!

# Umar bhar Ghalib yahi galti karte rahe,
Dhul chehre par thi hum aaina saaf karte rahe..!!

# Bewajah nahi rota ishq me koi ghalib,
Jise khuda se badhkar chaho wo rulata jarur hai..!!

# Dard ho dil me tou dawa kije,
Dil hii jab dard ho tou kya kije..!!

# Hakiqat naa sahi tum khwab bankar mila karo,
Bhatke musafir ko chandni raat bankar mila karo..!!

# Tum milo ya naa milo ye nasib ki baat hai,
Par sukun bahut milta hai tumhe apna sochkar..!!

Heart Touching Gulzar Shayari

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