दोस्तो ब्रह्मांड Universe के बारे में जानने की रोचकता हमेशा बनी रहती है। आज की पोस्ट Dark Matter In Hindi में डार्क मैटर को जानने का पर्यास करेंगे। हमने अपनी पिछली पोस्टों में गैलेक्सी , तारे , Super Earth in Hindi के बारे में जानने का सार्थक प्रयास किया था। Galaxy वाली पोस्ट में हमने डार्क मैटर Dark Matter के बारे में संक्षिप्त में बताने का प्रयास किया था और हमारे कई मित्रो ने डार्क मैटर के बारे में आर्टिकल लिखने के लिए कहा भी था। इसलिए आज बात करते डार्क मैटर के बारे में और इसको जानने का पर्यास करते है।
डार्क मैटर क्या है? What Is Dark Matter In Hindi
समस्त ब्रह्मांड में एक बल लग रहा है जो पूरे ब्रह्मांड को संतुलित रखता है और इस बल का नाम है गुरुत्वाकर्षण बल Gravitational Force। डार्क मैटर ही है जो गुरुत्वाकर्षण बल पैदा कर रहा है जिससे पूरी गैलेक्सी में संतुलन बना हुआ है। यूनिवर्स में जितनी भी चीजे हम देखते है वो या तो स्वयं प्रकाश उत्सर्जित करती है या फिर किसी दूसरे के प्रकाश को परावर्तित करती है। जैसे तारे जिनका खुद का प्रकाश होता है और हमे तारे प्रकाशमान दिखाई देते है और ग्रह जो किसी तारे के प्रकाश को परावर्तित करते है लेकिन ब्रह्मांड में उपस्थित डार्क मैटर ना तो प्रकाश का उत्सर्जन करता है और ना ही किसी दूसरे के प्रकाश को परावर्तित करता है।
Who Discovered Dark Matter ?
अगर डार्क मैटर Dark Matter दिखाई ही नही देता है तो कैसे पता चलता है कि डार्क मैटर उपस्थिति है। डार्क मैटर की उपस्थिति का अनुमान उसके गुरुत्वाकर्षण बल से लगाया जाता है जो इसके आस पास की वस्तुओं पर प्रभाव डालता है। डार्क मैटर की खोज किसने की थी ? वर्ष 1933 को डार्क मैटर की खोज की गई थी और इसका पता लगाने वाले खगोलविद का नाम Fritz Zwicky था जो अमेरिका का निवासी था। वे कोमा नामक गैलेक्सी का अध्ययन कर रहे थे तब उनको डार्क मैटर का पता चला था।
उसने डार्क मैटर के संदर्भ में बताया कि इस गैलेक्सी में ऐसा पर्दाथ उपस्थित है जिसका मास तो है लेकिन वह प्रकाश का ना तो उत्सर्जन करता है और ना ही परावर्तन करता है। फ्रीट्ज ज्विकि ने इस मास को "मिसिंग मास प्रॉब्लम" नाम दिया था। शुरू में खगोलविदों ने Fritz Zwicky के इस अनुमान पर ध्यान नही दिया लेकिन बाद के खगोलविदों के द्वारा किये गए अध्ययनों से यह साबित हो गया कि डार्क मैटर का भी अस्तित्व है और इस मिसिंग मास को डार्क मैटर का नाम दिया गया।
वेरा रुबिन नामक खगोलविद ने डार्क मैटर के बारे में कई गैलेक्सी का अध्ययन करके पुख्ता किया कि इसका अस्तित्व है। इसके बाद कई और खोजे हुई और निष्कर्ष निकाले गए। इनसे यह मालूम हुआ कि ब्रह्मांड में कुछ ऐसी Galaxies है जिनमे डार्क मैटर पूरी तरीके से अनुपस्थित है जैसे एक गैलेक्सी है ग्लोबुलर जिसमें डार्क मैटर नही है। ऐसी भी कुछ गैलेक्सी है जिनमे पूरा ही डार्क मैटर है और प्रकाश मौजूद नही है।Virgo नामक एक गैलेक्सी है जिसमे प्रकाश मौजूद नही है।
डार्क मैटर किससे मिलकर बना होता है ? What Is Dark Matter Made Of ?
शुरू में खगोलवीद यह मानते थे कि डार्क मैटर "ब्लैक होल" का ही एक रूप है लेकिन कोई भी इसकी पुष्टि नही कर पाया। Dark matter in Hindi
बाद में कुछ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि डार्क मैटर न्यूट्रिनो ( ये आवेश रहित कण है जो प्रकाश की गति से गतिमान है) नामक कणों से मिलकर बनता है लेकिन इसकी भी पूर्ण रूप से पुष्टि नही हो पाई।
बाद में कुछ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि डार्क मैटर न्यूट्रिनो ( ये आवेश रहित कण है जो प्रकाश की गति से गतिमान है) नामक कणों से मिलकर बनता है लेकिन इसकी भी पूर्ण रूप से पुष्टि नही हो पाई।
कुछ वैज्ञानिको ने बताया कि डार्क मैटर विम्प्स नामक कणों से मिलकर बनता है और कुछ के अनुसार डार्क मैटर पाजीट्रान कण से बनता है लेकिन दोस्तो आखिर डार्क मैटर किससे मिलकर बनता है यह अभी भी रहस्य ही है और सब अनुमान ही है जिनकी सत्यता नही है।
वेसे दोस्तो इस सबका रहस्य छिपा हुआ है बिग बैंग में। बिग बैंग वो महाशक्तिशाली विस्फोट था जिसके कारण ब्रह्मांड की उतपति हुई थी। विस्फोट के बाद से ही ब्रह्मांड लगातार फेल रहा है और उस बिंदु से फेल रहा है जहां से बिग बैंग शुरू हुआ था। बिग बैंग के समय बिखरा प्रदार्थ बिग बैंग के बिंदु से लगातार दूर जा रहा है।
पूरे ब्रह्मांड में 4.9 फीसदी प्रकाश का प्रदार्थ है यानीकि समस्त तारे, ग्रह, उल्कापिंड, धूमकेतु इस 4.9 फीसदी में आते है और बाकी बचे ब्रह्मांड में 68.3 फ़ीसदी में डार्क एनर्जी है। और डार्क मैटर 26.8 फीसदी है।डार्क एनर्जी के बारे में फिर किसी आर्टिकल में बात करेंगे। Dark Matter In Hindi Article आपको केसा लगा , हमे जरुर बताना और शेयर करना मत भूलना।