Allama Iqbal Shayari In Hindi - Motivational, Love, Sad Shayari of Allama Iqbal - Top 5 Shayari In Hindi
दोस्तो आपने तराना ऐ हिन्द "सारे जहा से अच्छा " तो सुना होगा । यह बेहतरीन नगमा उर्दू के महान शायर अल्लामा इकबाल ने लिखा था।
दोस्तो आपने तराना ऐ हिन्द "सारे जहा से अच्छा " तो सुना होगा । यह बेहतरीन नगमा उर्दू के महान शायर अल्लामा इकबाल ने लिखा था।
वेसे इनका नाम मुहम्मद इकबाल था लेकिन बाद में अल्लामा इकबाल पड़ गया । अल्लामा का मतलब होता है विद्वान। अल्लामा इकबाल पेशे से वकील भी थे और दार्शनिक भी थे।
अल्लामा इकबाल का जन्म 9 नवम्बर 1877 को सियालकोट, पंजाब (जो कि अब पाकिस्तान में है ) में हुआ था और इनकी मृत्यु आजादी से पहले 21 अप्रैल 1938 को लाहौर में हुई थी।
अल्लामा इकबाल का जन्म 9 नवम्बर 1877 को सियालकोट, पंजाब (जो कि अब पाकिस्तान में है ) में हुआ था और इनकी मृत्यु आजादी से पहले 21 अप्रैल 1938 को लाहौर में हुई थी।
अल्लामा इकबाल ने बहुत से बेहतरीन नगमे और शायरी लिखी , इन्ही में से कुछ आपके लिए लाया हूं।
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले है इसकी यह गुलिस्तां हमारा
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से
पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है।
तेरी दुआ से कज़ा तो बदल नहीं सकती
मगर है इससे यह मुमकिन की तू बदल जाये
तेरी दुआ है की हो तेरी आरज़ू पूरी
मेरी दुआ है तेरी आरज़ू बदल जाये
सितारों से आगे जहां और भी हैं
अभी इश्क के इम्तिहां और भी हैं
मिटा दे अपनी हस्ती को गर कुछ मर्तबा चाहिए
कि दाना खाक में मिलकर, गुले-गुलजार होता है