दोहे 17: चुनावी दोहे
आँसू चार बटोर कर, भरी सभा छलकाय
इसी बहाने हॊ सही ,चन्द वोट मिल जाय।
Related Articles
This post first appeared on गीत ग़ज़ल औ गीतिका, please read the originial post: here
दोहे 17: चुनावी दोहे
आँसू चार बटोर कर, भरी सभा छलकाय
इसी बहाने हॊ सही ,चन्द वोट मिल जाय।
Get updates delivered right to your inbox!