दोहा 16
इसी बहाने ही सही, चंद वोट मिल जाय
मौसम नए चुनाव का, जुमलों की बौछार
जनता सुन सुन खुश हुई, जन्नत मेरे द्वार
Related Articles
बाँट रहे हैं 'रेवड़ी', सबको गले लगाय
"वोट हमें देना सखे !"- नेता जी मिमियाय
This post first appeared on गीत ग़ज़ल औ गीतिका, please read the originial post: here