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हड़जोड़ से करें टूटी हुई हड्डियों का इलाज




हडजोड का वानस्पतिक नाम Cissus quadrangularis है। यह लता हड्डियों को जोड़ती है। इसको अस्थि श्रृंखला के नाम से जाना जाता है। यह छह इंच के खंडाकार चतुष्कोणीय तनेवाली लता होती है। हर खंड से एक अलग पौधा पनप सकता है। चतुष्कोणीय तने में हृदय के आकार वाली पत्तियां होती है। छोटे फूल लगते हैं। पत्तियां छोटी-छोटी होती है और लाल रंग के मटर के दाने के बराबर फल लगते हैं। यह बरसात में फूलती है और जाड़े में फल आते हैं। दक्षिण भारत और श्रीलंका में इसके तने को साग के रूप में प्रयोग करते हैं। आइए जानते है सिर्फ 2 हफ्ते में टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने वाली रामबाण औषिधि हड़जोड़ के बारे में--

हड़जोड़ को अंग्रेजी में बोन सेटर (Bone setter) कहते हैं और हड़जोड़ का वानस्पतिक नाम Cissus quadrangularis Linn है। तथा और भाषाओं में इसे अस्थिसंहार, हड़जोड़, हड़संघारी, हड़जोड़ी, हड़जोरवा, मंगरोली, ग्रन्थिमान्, वज्रवल्ली, एडिबल स्टेमड वाइन आदि नाम से जाना जाता है।

कैसे करना है यूज

इस पौधे की पत्तियों को सूखाकर पीस लें। पत्तियों के बराबर उदड़ दाल भी मिलाकर पीस लें। अब इसका गीला पेस्ट बना लें। अब बांस की लकड़ी की मदद से हड्‌डी को सीधी कर लें। इसके बाद कॉटन के कपड़े पर ये लेप लगाकर कपड़ा बांध दें। ऊपर से बांस की लकड़ी को कुशा के सहारे बांध दें। कुशा देसी घास होती है। हर तीसरे दिन इस लेप को चेंज करना है।

हड्डियों को जोड़ने के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका

हड्डियों को जोड़ने के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका निम्नलिखित है क्योंकि हड़जोड़ हड्डियों को जोड़ने में बहुत लाभकारी होता है। हड्डियों को जोड़ने के लिए 10 से 15 मिली हड़जोड़ रस को घी में मिलाकर पीने से तथा इसमें अलसी का तेल मिलाकर टूटे हुए जगहों पर बांधने से हड्डियां जुड़ती हैं। तथा 2 से 5 ग्राम हड़जोड़ के चूर्ण को दूध के साथ पीलाने से भी हड्डियां जुड़ती हैं।

ये खाना भी होगा

 इसके साथ ही आपको इसकी पत्तियों के साथ छोटी पीपली, गेहूं का भुना हुआ आटा, अर्जुन की छाल सभी को इक्वल क्वांटिटी में लेकर बारीक पीस लें। अगर आपका वजन 60 किलो है तो वजन का 6 ग्राम चूर्ण को घी के साथ मिक्स कर लें। इसे खाकर हल्दी वाला दूध पी लें। दूध में शक्कर या हनी डाल लें।

मोच का दर्द के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका

मोच का दर्द दूर करने के लिए हड़जोड़ का घरेलु उपाय बहुत ही फायदेमंद होता है। मोच का दर्द के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका निम्नलिखित है इसके लिए हड़जोड़ के रस में तिल का तेल मिलाकर पका लें फिर उसे छानकर मोच वाली जगह पर लगाने से काफी आराम मिलता है।

रीढ़ की हड्डी के दर्द से राहत पाने के लिए हड़जोड़

रीढ़ की हड्डी के दर्द से राहत पाने के लिए हड़जोड़ के पत्तों को गर्म करके सिकाई करने से रीढ़ की हड्डियों में हो रहे दर्द से काफी राहत मिलती है।

पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए हड़जोड़ के फायदे

पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए हड़जोड़ को एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करके इसका सेवन कर सकते हैं।

शरीर के दर्द के लिए हड़जोड़ खाने के तरीके

शरीर के दर्द के लिए हड़जोड़ खाने के तरीके निम्नलिखित रूप में किये जाते हैं क्योंकि हड़जोड़ में दर्दनिवारक गुण पाए जाने के कारण हड़जोड़ का इस्तेमाल करने से शरीर में हो रहे दर्द से कुछ ही समय में राहत मिल जाती है। इसके लिए काली मिर्च , सोंठ और अस्थिसंहार प्ररोह पेस्ट 1 से 2 ग्राम इस्तेमाल करें।

रक्तस्राव कम करने के लिए हड़जोड़

रक्तस्राव कम करने के लिए हड़जोड़ के फायदे निम्नलिखित रूप से मिलते हैं क्योंकि रक्तस्राव कम करने में हड़जोड़ बहुत फायदेमंद होता है। इसके आलावा 2 से 4 मिली तने और जड़ के रस को पीने से दांतो से खून आना तथा नाक से खून आने की समस्या भी दूर होती है। और बवासीर में खून आने पर भी हड़जोड़ बहुत फायदेमंद होता है।

गठिया के दर्द के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका

गठिया के दर्द के लिए हड़जोड़ खाने का तरीका निम्नलिखित होता है क्योंकि हड़जोड़ वात रोगों में लाभकारी होता है। हड़जोड़ का एक भाग छिलका रहित तना और आधा भाग उड़द की दाल को पीसकर उसे तिल के तेल में छानकर वटिका बनाकर सेवन करने से वात रोगों में बहुत फायदा मिलता है।
*हड़जोड़ के तने का जूस, दिन में दो बार 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा में फ्रैक्चर उपचार, कम अस्थि खनिज घनत्व और हड्डियों की कमजोरी सहित हड्डियों के कई रोगों में लिया जाता है।

हड़जोड़ के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि

हड़जोड़ को अस्थिसंधानक, अस्थि श्रृंखला भी कहते हैं और इसे मुख्य रूप से टूटी हुई हड्डी को जोड़ने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसके प्रयोग से हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करने में मदद होती है। इससे टूटी हड्डी की हीलिंग तेज होती है। हड़जोड़ में एंटीऑक्सीडेंट, दर्द निवारक और हड्डी को जोड़ने के गुण होते हैं।


हड़जोड़ को कब प्रयोग न करें

  हड़जोड़ के प्रयोग से हड्डी का खनिज घनत्व को बढ़ता है। हड़जोड़ को हड्डी के फ्रैक्चर, कमज़ोर हड्डियों, ऑस्टियोपोरोसिस, में प्रयोग करते हैं। इसे अन्य विकारों में भी प्रयोग करते हैं जैसे मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम, भूख नहीं लगना, पाचन की कमजोरी, आंतों में कीड़े, गठिया, आदि।
  हड़जोड़ को आयुर्वेद समेत दुनिया के कई पारम्परिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता है। इसे थाईलैंड और अफ़ीका में भी इस्तेमाल करते हैं। पौधे के सभी भाग दवा की तरह से इस्तेमाल किये जाते हैं।
हड़जोड़ के तने का जूस, दिन में दो बार 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा में फ्रैक्चर उपचार, कम अस्थि खनिज घनत्व और हड्डियों की कमजोरी सहित हड्डियों के कई रोगों में लिया जाता है।
हड़जोड़ का वानस्पतिक नाम सीसस क्वाड्रैंगुलरिस | कैसस क्वाड्रैंगुलरिस Cissus quadrangularis है व यह अंगूर परिवार का बहुवर्षी पौधा है। यह एक बेल है।
  देखने में हड़जोड़, खंडाकार चतुष्कोणीय तनेवाली लता है। हर इसके हर खंड से एक अलग पौधा उगाया जा सकता है। चतुष्कोणीय तने में हृदय के आकार वाली पत्तियां होती है। छोटे फूल लगते हैं। पत्तियां छोटी-छोटी होती है और लाल रंग के मटर के दाने के बराबर फल लगते हैं। यह बरसात में फूलती है और जाड़े में फल आते हैं।
हड़जोड़ में सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है और इसे टूटी हड्डी जोड़ने में में बहुत लाभप्रद पाया गया है। हड्डी जोड़ने में इसका आंतरिक और बाह्य दोनों तरह से इस्तेमाल होता है। आंतरिक रूप से इसके तने का जूस 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा में लिया जाता है।
हड़जोड़ के औषधीय हिस्से
  हड़जोड़ लता की पत्तियां और तने औषधीय भाग हैं। दवाई की तरह से ताज़ा पत्तियों और तने से निकाले गए रस का उपयोग किया जाता है।

हड़जोड़ के प्रयोग के फायदे 

इसके इस्तेमाल से दर्द में राहत होती है।

इसके रस से कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है।
इसमें एंथेलमिंटिक या कृमिघ्न गुण हैं।
इसमें कामोद्दीपक गुण हैं।
फ्रैक्चर में प्रयोग किये जाने पर यह हड्डी के बनने की दर को बढ़ाता है और हड्डी में रक्त परिसंचरण और पोषक आपूर्ति में सुधार करता है।
यह एचडीएल-कोलेस्ट्रॉल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ाता है।
यह कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल-कोलेस्ट्रॉल, और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है।
यह खून साफ़ करता है।
यह चयापचय को बढ़ावा देता है।
यह जॉइंट्स की गतिशीलता में सुधार करता है।
यह पाचन उत्तेजक है।
यह पाचन क्षमता और यकृत समारोह में सुधार करता है।
यह फ्रैक्चर उपचार की दर में तेजी लाता है।
यह ब्लीडिंग को रोकता है।
यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले अत्यधिक रक्तस्राव को कम करता है।
यह लीवर की रक्षा करता है।
यह शरीर की वसा को कम करता है और समग्र लिपिड प्रोफाइल में सुधार करता है।
यह श्रोणि, पेट, नितंब, और ऊपरी जांघों के आसपास वसा जमावट को कम करता है।
यह जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
यह हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करता है।
यह हड्डियों का वजन बढ़ाता है।
यह हड्डी की ताकत बढ़ाता है और हड्डी द्रव्यमान को बहाल करता है।
यह हड्डी खनिज घनत्व (बीएमडी) बढ़ाता है।
यह हड्डी द्रव्यमान बढ़ाता है।
यह हड्डी में खनिजरण को बढ़ाता है और खनिज नोड्यूल के गठन को बढ़ावा देता है।

हड़जोड़ के औषधीय उपयोग

  हडजोड या सिसस क्वाड्रैंगुलरिस का स्टेम हड्डी फ्रैक्चर, त्वचा संक्रमण, कब्ज, आंखों की बीमारियों, ब्लीडिंग पाइल्स, एनीमिया, अस्थमा, अनियमित मासिक धर्म, जलन और घावों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। स्टेम रस स्कर्वी और अनियमित मासिक धर्म में उपयोगी है। लाइम वाटर में उबला हुआ स्टेम पेस्ट अस्थमा में दिया जाता है। सूखे शूट का पाउडर पाचन समस्याओं में उपयोगी है।
हडजोड या हड्डी सेटर में टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने की क्षमता है। अध्ययन दिखाता है, विटामिन और अनाबोलिक स्टेरॉयड की उपस्थिति, जो हड्डी के एस्ट्रोजेनिक रिसेप्टर्स पर कार्य कर सकती है। पौधे शुरुआती ossification और हड्डियों के पुनर्निर्माण में मदद करता है। पौधे का मौखिक सेवन, चयापचय की उत्तेजना और फ्रैक्चर हड्डी में ऑस्टियोबालास्ट्स द्वारा खनिज कैल्शियम, सल्फर और स्ट्रोंटियम खनिजों के बढ़ने से फ्रैक्चर की त्वरित उपचार में मदद करता है।
अपच
अभ्यास के कारण एथलीटों में जोड़ो दर्द
आंतरिक रक्तस्राव
उच्च कोलेस्ट्रॉल
उदरशूल
उपदंश
उपापचयी लक्षण
ऑस्टियोपोरोसिस
कम हड्डी खनिज घनत्व
कमजोर और नाजुक हड्डियाँ
कान बहना
कामोद्दीपक
किसी भी प्रकार का हड्डी फ्रैक्चर
त्वचा रोग
कृमिनाशक
गाउट
जिंजीवाइटिस
जोड़ों का दर्द
ट्यूमर
पाचन में सुधार
पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस
बच्चों में हड्डी कमजोर होना
ब्लीडिंग पाइल्स
फ्रैक्चर
मधुमेह
मिरगी
मैक्सिलोफेशियल फ्रैक्चर
मोटापा
रजोनिवृत्ति, कम कामेच्छा, और मासिक धर्म विकार
सूजन
हड्डियों को मजबूत करने और हड्डी के विकास को बढ़ावा देने के लिए
हड्डी फ्रैक्चर
हडजोड की औषधीय मात्रा
सीसस क्वाड्रैंगुलरिस के स्वरस को पीते हैं और इसके पेस्ट को बाहरी रूप से लगाते हैं।

आंतरिक प्रयोग

हडजोड के ताजे तने से कूट पीस और दबा कर निकाले गए ताज़े रस की औषधीय मात्रा निम्न है:
वयस्क: 10 से 20 मिलीलीटर, दिन में दो बार।
बच्चों को इसकी आधी मात्रा (5 ml) दी जा सकती है। यदि बच्चा पांच साल से छोटा है तो उसे 2।5 ml की मात्रा दिन में दो बार दे सकते हैं।




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