शहद के फायदे और नुकसान तथा इसके आयुर्वेदानुसार खाने का तरीका
आयुर्वेदानुसार शहद अमृत है। क्योंकि इसमें सम्पूर्ण पोषण पाया जाता है जो हमें चाहिये।
शहद एक ऐसा नैचुरल स्वीटनर (natural sweetner) है जो स्वास्थ्य और सौन्दर्य दोनों के लिए ही एक संजीवनी है। प्राकृतिक रूप से यह 100% शुद्ध होता है। और इसमें मूलतः ग्लूकोज़, फ्रूक्टोस, और मिनरल ( आयरन, कैल्सियम, फॉस्फेट (phosphate), सोडियम क्लोराइड (sodium chloride) , पोटाशियम, मैग्नेशियम आदि) उचित मात्रा में पाये जाते हैं। शहद मेंअनगिनत स्वास्थ्यवर्द्धक गुण होते हैं उनमें से कुछ का वर्णन में यहाँ कर रहा हूँ।
आयुर्वेदानुसार शहद अमृत है। क्योंकि इसमें सम्पूर्ण पोषण पाया जाता है जो हमें चाहिये।
शहद एक ऐसा नैचुरल स्वीटनर (natural sweetner) है जो स्वास्थ्य और सौन्दर्य दोनों के लिए ही एक संजीवनी है। प्राकृतिक रूप से यह 100% शुद्ध होता है। और इसमें मूलतः ग्लूकोज़, फ्रूक्टोस, और मिनरल ( आयरन, कैल्सियम, फॉस्फेट (phosphate), सोडियम क्लोराइड (sodium chloride) , पोटाशियम, मैग्नेशियम आदि) उचित मात्रा में पाये जाते हैं। शहद मेंअनगिनत स्वास्थ्यवर्द्धक गुण होते हैं उनमें से कुछ का वर्णन में यहाँ कर रहा हूँ।
- • शहद ऊर्जा प्रदान करता है- चूँकि शहद प्राकृतिक रूप से कार्बोहाइड्रेड का स्रोत होता है और इसमें फ्रूकटोस होता है जो ग्लूकोज़ की तुलना में कम स्वीटनर होता है। इसलिए किसी भी वर्कआउट के बाद शहद खाने से तुरन्त ऊर्जा मिल जाती है।
- •शहद खाँसी के लिए एक औषध है---- खाँसी के लिए औषधि के रूप में काम करता है। कभी-कभी सोने के समय होने वाली खाँसी की तकलीफ से राहत दिलाने में शहद बहुत असरदार रूप में काम करता है। क्योंकि यह जीवाणुओं को मारने में सक्षम होता है।
- • शहद उत्तम घावपूरक है---- घाव के लिए औषधि के रूप में काम करता है- शहद में जो एन्टीबैक्टिरीअल, एन्टी-फंगल, और एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण होता है वह किसी भी तरह के घाव को ठीक करने में मदद करता है।
- • शहद उत्तम इम्यूनिटी बूस्टर है----- शरीर के प्रतिरक्षी क्षमता (immunity) को उन्नत करता है- नियमित रूप से एक छोटा चम्मच शहद का सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षी क्षमता उन्नत होती है। जिसके कारण शरीर किसी भी तरह के एलर्जी से लड़ पाने में सक्षम हो पाता है।
- • शहद नींद लाने में मददगार है----- (insomnia) की बीमारी से राहत दिलाने में मदद करता है।प्राचीन काल से अनिंदा के बीमारी के घरेलु इलाज के रूप में शहद का इस्तेमाल किया जाता रहा है। रात को एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच शहद डालकर सोने से पहले पीने से अच्छी नींद आती है।
- • शहद एक अच्छा एन्टी-इन्फ्लैमटोरी व एन्टी-बैक्टिरीअल जैल है----- शहद जले हुए घाव की जलन से राहत दिलाता है। इसका एन्टी-इन्फ्लैमटोरी (anti inflammatory) और एन्टी-बैक्टिरीअल गुण जलन के दर्द में जल्दी राहत दिलाने में बहुत मदद करता है साथ ही घाव को भी ठीक करने में मदद करता है।
- •शहद एक उत्तम पाचक है---- शहद पाचन शक्ति को बढ़ाता है। शहद अच्छे बैक्टिरिया यानि प्रोबायोटिक (probiotic) को उत्पादित करता है, जो पाचन शक्ति को उन्नत करने में बहुत मदद करता है।
- • शहद उत्तम एण्टीआक्सीडेंट है----- कैंसर से लड़ने में मदद करता है- शहद का एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण कैंसर संबंधी लक्षणों को रोकने में मदद करता है और कैंसर से लड़ने में सहायता करता है।
- •शहद में हृदयरोग रोधी फ्लेवोनॉयड और एन्टी-ऑक्सिडेंट है----- हृदयरोग से दूर रखता है- शहद में फ्लेवोनॉयड और एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण होता है जो हृदय के बीमारी से लड़ने में मदद करता है। और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
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शहद खाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है
- • शहद को कभी भी आग में पकाना नहीं चाहिए। इसे गुनगुना भी नही करके खाना चाहिये। और न ही कभी किसी गर्म चीज़ में मिलाकर खाना चाहिये।
- • शहद के साथ चीनी मिलाने पर वह जहर के समान बन जाता है।
- • कभी नैचुरल स्वीटनर के रूप में शहद का इस्तेमाल (चाय और कॉफी जैसे किसी चीज़ में ) नहीं करना चाहिए।
- • मछली और मांस से बने व्यंजनों में भी कभी शहद का प्रयोग नहीं करना चाहिए।